हिमाचल प्रदेश में चुनावी समय में लुटेरे पत्रकारों से रहे सावधान

प्रिय मित्रो, एक बार फिर लोकतंत्र की मजबूत कड़ी चुनावी बेला आ गई है। इस चुनावी समर में कई तरह के लुभावने कार्यों को भी अंजाम दिया जाता है। इसी कड़ी में चुनावी बेला पर मीडिया की भूमिका भी अहम रहती है। लेकिन इसका गलत फायदा भी कुछ लोग उठाने की कोशिश करते हैं। इस चुनावी भीड़ में राजनीतिज्ञों को लुभाने के लिए फसली लुटेेरे पत्रकारों की भी भीड़ लग जाती है। गत दिनों सिरमौर जिले में भी ब्लैकमेलर पत्रकार पुलिस दवरा गिरफ्तार किये गये है |  वही दुसरे राज्यों से भी कुछ फर्जी पत्रकार राज्य में पहुच चुके है | हमारे स्थानीय पत्रकार बंधुओ को भी इस विषय को उठाना चाहिये | पत्रकारिता का क.ख.ग भी न जानने वाले लोगो को पत्रकारिता के नाम पर राजनेताओ तक से चुनाव के पैकेज की बाते कर रहे है | कुछ तो सुबह ही टल्ली  होकर अपनी टोली लेकर भी निकल रहे है व लोगो को  झांसे में लेने की कोशिश कर रहे है |

कई ऐसे मीडिया पर्सन सामने आ जाते हैं जिन्हें कभी नहीं देखा होता है । मीडिया लोकतंत्र की एक मजबूत कड़ी है। लेकिन इसका गलत फायदा उठाना या राजनीतिज्ञों को प्रलोभन देकर गलत तरीके से इस्तेमाल करना पत्रकारिता की परिभाषा नहीं है। इसलिए अपील है कि ऐसे फसली लुटेरे पत्रकारों से हमेशा सावधान रहें। यदि कोई पत्रकार राजनीतिज्ञों या उम्मीवारों को प्रलोभन देता है या ब्लैकमेल करता है तो आप संबंधित संपादक से उसके बारे पूछताछ कर सकते हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके। इस चुनावी मेले में यदि कोई संदिग्ध मीडिया कर्मी आपको यह प्रलोभन देता है कि आपको हम जीताएंगे तो समझ लो कि फसली लुटेरा है।

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यदि कोई मीडिया कर्मी आपको टिकट दिलवाने की शेखी भरता है तो समझो फसली लुटेरा है। यदि कोई मीडिया कर्मी यह कहे कि उसकी ही खबर बड़ी है या उसकी खबर का ही असर होता है तो समझो कि गड़बड़ है। यदि कोई मीडिया कर्मी आपको यह कहे कि अमुक हाईकमान से हमारी चलती है तो समझो कि फसली लुटेरा है न कि पत्रकार। यदि कोई मीडिया कर्मी यह कहे कि हम ही खबर लिखना जानते हैं या हमारी खबर ही  असरदार है तो समझो गड़बड़ है। यदि कोई मीडिया कर्मी यह कहकर ब्लैकमेलिंग करने लगे कि आपका समाचार उस पेपर में क्यों प्रकाशित हुआ और हम आपकी नेगेटिव खबर प्रकाशित कर आपका राजनीतिक केरियर समाप्त कर देंगे तो समझो कि असली पत्रकार नहीं है।  आम नागरिकों व राजनीतिज्ञों को जागरूक करना हमारा परम कर्तव्य बनता है ताकि लोकतंत्र जिंदा रहे और लोकतंत्र के चौथे सतंभ पर लोगों का भरोसा कायम रहे। वही चुनाव आयोग को भी इसपर कड़ी कारेवाही करनी चाहिये |

प्रेस क्लब ऑफ कुल्लू दवारा   जनहित में जारी

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