(जसवीर सिंघ हंस )पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल में शुगर और बी पी का मरीज रात भर तड़पता रहा लेकिन डाक्टर नवनीत कोहली अपने शयन कक्ष से देखने तक नहीं आए। सुबह मरीज ने देहरादून इलाज करवाकर अपनी जान बचाई है । सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरने की बजाए और बिगड़ती जा रही है । रात 2 बजे आपातकालीन में पहुँचे शुगर के मरीज विकास बंसल सुबह आठ बजे तक आपातकालीन में पड़े रहे लेकिन नाइट ड्यूटी पर तैनात डाक्टर नवनीत कोहली उन्हें देखने तक नहीं आए।
इतना ही नहीं 108 में पहुँचे मरीज विकास बंसल ने बताया कि परसो रात 2 बजे उनकी शुगर 40 रह गई और बी पी 190/100 तक चला गया उन्होंने 108 को फोन कर उनकी खराब हालत की सूचना दी और अपनी पत्नी के साथ सिविल अस्पताल पहूंचे जहां पर डाक्टर ने नीचे आकर उन्हें देखने से मना कर दिया बल्कि नर्स को और उनकी पत्नी अस्पताल की तीसरी मंजिल पर सो रहे डाक्टर को जाकर उनकी रिपोर्ट दिखाई उसके बावजूद भी मरीज को देखने आपातकालीन में नहीं आए ।डॉक्टर नवनीत कोहली पर पहले भी मरीजो से बतमिजी और इलाज मे लापरवाही व महंगी दवाई लिखने के आरोप लगते रहे है परन्तु हस्पताल प्रशासन व कुछ नेतागीरी करने वाले डॉक्टर उनको बचाने मे कामयाब रहे है
लापरवाहियों की लम्बी फेहरिस्त के बावजूद आज तक किसी डाक्टर और अन्य स्टाफ पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है कुछ समय पहले ही गरीब मरीज का इलाज ना करने वाली डॉक्टर रिचा तिवारी पर भी कोई कारेवाही नही हुई नतिजा अब मरते हुए मरीजों की भी परवाह डाक्टर नहीं कर रहे है । इस बारे सिविल अस्पताल इंचार्ज संजीव सहगल ने बताया कि उनके संज्ञान में अभी मामला नहीं है वह इसके बारे में रात को मौजूद स्टाफ व डाक्टर से बात करेंगे ।जहां नवनिर्वाचित विधायक सुखराम चौधरी होस्पिटल की सुधार की बात कर रहे है वही दुसरी और होस्पिटल का स्टाफ सुधरने का नाम नही ले रहा है देखते है डॉक्टर पर भी कोई कारेवाही होगी या नही