(जसवीर सिंह हंस ) पांवटा साहिब के सेन वाला गांव में वन विभाग ने एक व्यक्ति के मकान का एक हिस्सा तोड़ दिया, जिससे दुखी व्यक्ति 70 वर्षीय कुंदन लाल की शोक से मौत हो गई। कुंदन और उनका परिवार यहां 1950 से रह रहा था, लेकिन वन विभाग ने अबैध कब्जे हटाने के नाम पर उसके घर का हिस्सा ही तोड़ दिया और बाकी मकान खाली करने के आदेश थमा दिए, जिससे कुंदन को दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौत हो गई।
कुंदन की मौत से क्षेत्र में वन विभाग के प्रति भारी रोष है। पांवटा साहिब सेनवाला गांव में वन विभाग, बिजली बोर्ड, आईपीएच व स्थानीय प्रशासन के लोगों ने एक भूमिहीन दलित का मकान तोड़ दिया, जिससे दलित कुंदन लाल को गहरा शोक लगा और हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई। 70 वर्षीय कुंदन लाल अपने परिवार के साथ यहां रह रहा था।
परिवार और स्थानीय लोगों का कहना है कि घर टूटने और विभागों की जमीन खाली करने की चेतावनी से कुंदन को गहरा सदमा लगा जो उसकी मौत का कारण बना। लोग वन विभाग, आईपीएच विभाग, विद्युत बोर्ड सहित प्रशासन से खासे नाराज है। सेन वाला गांव के बुजुर्ग कुंदन लाल का सरकारी अमले ने आशियाना उजाड़ दिया, साथ ही कुंदन लाल को चेतावनी भी दी यदि उसने बाकी मकान वह जमीन खाली नहीं की तो JCB लगाकर सब कुछ तोड़ दिया जाएगा। विभागों के लोग बिजली का मीटर व पानी का कनेक्शन भी उखाड़ कर ले गए, ऐसे में कुंदन लाल पर गहरा सदमा लगा।
कुंदन लाल के बेटे पुरुषोत्तम व पत्नी दसवीं देवी ने बताया कि सरकारी विभागों की धमकी से घबराए कुंदन की कार्रवाई के समय सांस रुकनी शुरू हो गई थी, कुछ समय बाद उसका शरीर निढ़ाल पड़ गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी रास्ते में मौत हो गई। उधर, इस बारे में डीएफओ पांवटा एसएस राणा ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेशों के चलते 3 जनवरी से पहले 5 बीघा से ज्यादा के अवैध कब्जाधारियों पर यह कार्रवाई जारी रहेगी। पांवटा में 4 कब्जाधारियों पर कार्रवाई हुई है। इन सभी को पहले भी नोटिस दिया गया था, जिसके बाद अब यह कार्रवाई अमल में लाई गई है।