सोशल मीडिया में वायरल हुए वनरक्षक के वीडियो का मामले के बाद बाद विभाग के दो बड़े अधिकारियों पर गाज गिरी है। मामले में वन विभाग का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने एसीएस श्रीकांत बाल्दी को निर्देश दिए हैं कि आरओ और डिप्टी रेंजर को पद से हटा दिया जाये।
गौरतलब है कि चौपाल के सरांह में 200 लीटर सिडार वुड ऑयल की अवैध तस्करी मामले में वन रक्षक रवि शर्मा की सोशल मीडिया में वायरल हुई वीडियो ने न केवल विभागीय लापरवाही की पोल खोली गई, बल्कि वन माफियाओं के हौंसले बुलंद करने वाली बातों पर भी प्रकाश डाला गया|जिसके बाद रेंज ऑफिसर पुरुषोत्तम ठाकुर और डिप्टी रेंजर रणवीर सिंह पर कार्रवाई की गई है।
वन रक्षकों ने मामले में और भी खुलासा करते हुए कहा कि 16 जनवरी को रेंज ऑफिसर से सहायता मांगी गई थी, लेकिन उन्होंने 23 जनवरी तक इस मामले को दबाए रखा विपरीत हालात में वन माफियाओं से लड़ना बेहद मुश्किल है| रवि ने आरोप लगाया कि पकड़े गए तेल के डब्बों में अब पानी मिलाया जा रहा है|
वहीं आर.ओ. सरांह पुरुषोत्तम ठाकुर का कहना है कि वन रक्षक ने 4-5 दिन पहले अवैध रूप से सिडार ऑयल निकालने की सूचना दी थी। इसके बाद उन्होंने 5 लोगों की टीम गठित की। जिस दिन सिडार पकड़ी गई, उस दिन उन्हें शाम 7 बजे के करीब सहायता के लिए फोन आया। उन्होंने कहा कि बाद में मोबाइल की कनैक्टीविटी सही न होने से वन रक्षक से संपर्क नहीं हो पाया। उनके पास पुलवाहल ब्लाक का भी अतिरिक्त चार्ज है, इसलिए समय पर मदद नहीं मिल पाई।
उधर डी.एफ.ओ. एम.एस. चंदेल ने कहा कि वन विभाग ने अपने स्तर पर मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि 2 दिन में जांच पूरा करके सरकार को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी। उन्हें वन रक्षक रवि शर्मा ने अवैध रूप से सिडार निकालने की सूचना नहीं दी थी।