(जसवीर सिंघ हंस ) लोगो का कहना है कि नेता नाम पट्टी लगवाने से ज्यादा होस्पिटल मे सुविधा बढ़ाने पर ध्यान दे तो जनता का भला होगा वही 6 साल बाद कुंभकर्णी नींद से जागा पी.डब्ल्यू.डी विभाग मामला हैरान करने वाला है या यूं कहें की राजनीतिक पार्टियां सिस्टम पर कितनी भारी पड़ती है इसका जीता जागता उदाहरण पाँवटा साहिब में देखने को मिला जहां पी.डब्ल्यू.डी विभाग लगभग छ साल बाद डॉ राजीव बिंदल व सुखराम चौधरी के नाम पट्टिका लगाने में सतर्क हुआ
आपको बता दें पाँवटा हॉस्पिटल में यह नाम पट्टी लगभग 6 वर्ष पूर्व लगनी थी जब राजीव बिंदल स्वास्थ्य मंत्री हुआ करते थे मगर उसके बाद सरकार बदल गई और कांग्रेस की सरकार आई मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह यहां पर अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचे मगर तब भी विभाग ने राजीव बिंदल के नाम की पट्टी नहीं लगाई जब प्रदेश में भाजपा की सरकार है और डॉ राजीव बिंदल विधानसभा अध्यक्ष बने तथा पाँँवटा साहिब का दौरा किया तो पी डब्ल्यू डी विभाग को उनके नाम की पट्टी याद आई और लगे पट्टिका लगाने इस पट्टी पर साफ दर्शाया गया है
तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजीव बिंदल जो कि अब विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल बन गए हैं वही सवाल खड़ा होता है कि इतने समय बाद विभाग को नाम पट्टी की याद कैसे आई वही इसके वही मोके पर पहूचे पी.डब्ल्यू.डी के एस डी ओ मिडिया को देखकर भाग खड़े हुए ओर मोके पर उपस्थित सिविल होस्पिटल के एस एम् ओ डॉक्टर सहगल के बुलाने पर भी नही रुके ओर बोलते गये इसपर प्लसतर करवा देंगे बारे में जब पि डब्ल्यू डी विभाग के एक्सियन अजय शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि नाम पट्टी पी डब्ल्यू डी विभाग के स्टोर में ही पढ़ी थी अब देखी है तो लगवा दी गई है और विभाग की लापरवाही से पट्टी लगने में देरी हुई