(जसवीर सिंह हंस ) एक कलयुगी माता पिता ने अपनी दो माह की बेटी को काला आम्ब में बीच सड़क के किनारे छोड़ गया। आज सुबह मोर्निंग वाक करने गये एक व्यक्ति को बच्ची को मिली। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया | अब तक बच्ची के मां बाप का पता नहीं चला है |
मिली जानकारी के अनुसार काला आम्ब के सैन वाला के रहने वाले रामेश्वर तोमर जो की आर टी ओ के पद से सेवानिवृत हुए है मोर्निंग वाक के लिए गाव में सड़क के किनारे जा रहे थे तो उन्हें बच्ची की रोने की आवाज आई तो उन्होंने झाड़ियो में देखा तो एक बैग पड़ा हुआ था जब उन्होंने बैग खोलकर देखा तो उनके होश उड़ गये उसमे एक छोटी दूधपीती बच्ची जिसकी उम्र करीब दो महीने की थी उसके माँ बाप बैग में रखकर चले गये | ऐसे में रामेश्वर तोमर इस बेटी के लिए मसीहा बनकर ही आये थे |
इतनी ठंड में माँ बाप शायद उसको मरने के लिए छोड़ गये थे | वही यदि जानवरों की नजर भी उसपर पद जाती तो वे उसको नोच नोच कर खा जाते | जहा एक और सरकार बेटी बचाओ बेटी पढाओ के नारे दे रही है इस तरह की घटना कई सवाल खड़े कर देती है | वही ऐसे लोगो पर लानत है जो बेटी को अपने पर बोझ समझते है | ऐसे समाज में जहा जिले की सहायक पुलिस अधीक्षक ही पद भी एक महिला के हाथ में हो ऐसी घटना समाज में अभी भी बेटियों के प्रति नफरत को देखा जा सकता है |
मामले की पुष्टि करते हुए सिरमौर की सहायक पुलिस अधीक्षक डॉक्टर मोनिका ने बताया कि पुलिस ने लगभग दो महीने की बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया है उसकी डॉक्टर से जाँच करवाई जा रही है | वही इस मामले में पुलिस मामला दर्ज कर आगामी कारेवाही कर रही है | उनका कहना है है बच्ची के माँ बाप को ढूंढने की पूरी कोशिश की जाएगी व पता लगाने की कोशिश की जायेगी की आखिर माँ बाप बच्ची को क्यों फैंक गये या किसी और ने यह काम किया है |