( धनेश गौतम ) देवभूमि कुल्लू के एक सरकारी स्कूल के अध्यापक ने खौफनाक घटना को अंजाम दिया है। अवोध बच्ची को मैथ समझ न आया तो अध्यापक ने नन्हीं बच्ची की बेरहमी से पिटाई कर डाली। अध्यापक की पिटाई से नन्हीं बच्ची बेहोश हो गई और हाथ पांव पूरी तरह से फूल गए। इस दर्दनाक घटना को याद कर उक्त बच्ची भय से कांप रही है और अपनी पीड़ा को अस्पताल कुल्लू में सहन कर रही है।
इस घटना की चारों ओर कड़े शब्दों में निंदा की जा रही है और उक्त कथित दरिंदे अध्यापक को निलंबित करने की मांग उठ गई है। उक्त गुसैल अध्यापक ने देवभूमि कुल्लू में गुरू व शिष्य के पवित्र रिश्ते को भी कलंकित कर डाला है और अवोध बच्ची स्कूल के नाम से खौफ खा रही है। यह मामला जिला कुल्लू की महाराजा कोठी में स्थित कमांद प्राइमरी स्कूल में सामने आया है जहां अध्यापक द्वारा तीसरी कक्षा में पढऩे वाली बच्ची के साथ बेरहमी से मारपीट की है।
पीडि़ता बच्ची का कुल्लू अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। वहीं, पुलिस ने भी बच्ची की मां के बयान दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पीडि़ता बच्ची की मां छाया ठाकुर ने बताया कि आज बच्ची की दादी उसे सुबह बिस्तर से उठा कर लाई तो उसकी आंखों व सिर पर चोट लगी हुई थी। जब उसने अपनी बेटी ललिता को चोट के बारे में पूछा तो बेटी ने बताया कि पिछले कल स्कूल में शिक्षक ने उससे कुछ सवाल पूछा था।
लेकिन उसे इसका जवाब पता नहीं था। जिसके चलते शिक्षक ने उसे मारना शुरू कर दिया। बच्ची की मां ने तुरंत उसे कुल्लू अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों द्वारा बच्ची का इलाज किया जा रहा है। वहीं, डॉक्टरों द्वारा इस मामले को लेकर कुल्लू पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बच्ची की मां के ब्यान दर्ज किए गए। वहीं, प्राथमिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक कुलवंत पठानिया ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है और इस मामले की छानबीन की जा रही है। उधर, कुल्लू दौरे पर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने भी कुल्लू अस्पताल का दौरा किया। जब उन्हें बच्ची के साथ मारपीट की घटना की जानकारी मिली तो वो भी उससे मिलने पहुंचे।
उन्होंने डॉक्टरों से बच्ची के हालत के बारे में जानकारी ली और बेहतर तरीके से उसका इलाज करने के निर्देश जारी किए। वहीं, उन्होंने पुलिस प्रशासन को भी निर्देश जारी करते हुए कहा कि इस मामले की पूरी छानबीन की जाए और दोषी शिक्षक पर कानूनी कार्रवाई की जाए। उधर, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से भी परिजनों ने बात की है और गोविंद सिंह ठाकुर ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए शिक्षक पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इस घटना ने सरकारी स्कूलों के अध्यापकों से अभिभावकों का विश्वास उठा लिया है। बच्ची पूरी तरह से डरी हुई है और स्कूल के नाम लेते ही सहम रही है। बहरहाल जिला की इस घटना ने लोगों के रौंगटे खड़े कर दिए हैं और बच्ची की हालत देखकर सभी का दिल पसीज रहा है।
विपिन परमार स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घटना बेहद दुखदायी है। अस्पताल को बच्ची का ईलाज करने व पुलिस को उचित कार्रवाई करने के आदेश दे दिए हैं। वही वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्रीगोविंद सिंह ठाकुर ने कहा है कि यह घटना पूरी तरह से निंदनीय है और दोषी अध्यापक पर कड़ी कार्रवाई होगी।