Khabron wala
भरमौर से चम्बा एयरलिफ्ट किए गए 5 में से 4 श्रद्धालुओं के शवों की पहचान हो गई है। इसके बाद तमाम औपचारिकताएं पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिए हैं। एक शव की अब तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। इसे पहचान के लिए शवगृह में ही रखा गया है। पिछले 2 दिन में मणिमहेश यात्रा के दौरान मारे गए 5 श्रद्धालुओं के शव हैलीकाॅप्टर के माध्यम से चम्बा पहुंचाए गए। इनमें से 3 शव शुक्रवार को भारतीय वायुसेना के चिनूक हैलीकॉप्टर के माध्यम से लाए गए थे, जबकि 2 शव शनिवार को एम.आई.-17 हैलीकॉप्टर से लाए गए।
इन शवों को पहचान के लिए मैडीकल कालेज एवं अस्पताल चम्बा के शवगृह में रखा गया था। शवों की पहचान मनोज पुत्र शंभू राम निवासी खानपुर उत्तर प्रदेश, अजय धरा पुत्र राजेंद्र धरा निवासी हाऊस नंंबर 9 गली नं.-6 आनंद विहार गेट के पास गणपति नगर जिला गंगानगर राजस्थान, सागर पुत्र नानू राम वासी निगांव खालसा तहसील नाकुद जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश और हर्षित निवासी गंगानगर राजस्थान के तौर पर की गई है।
शिनाख्त के बाद मैडीकल कालेज एवं अस्पताल चम्बा में शवों का पोस्टमार्टम किया गया। उसके बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के हवाले किए गए। बता दें कि मणिमहेश यात्रा के दौरान कुल 17 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। इनमें से 9 श्रद्धालुओं के शव भरमौर व कुगति में पड़े थे। इनमें से 4 शव 2 दिन पहले ही हैलीकॉप्टर के माध्यम से भरमौर से सीधे पठानकोट पहुंचा दिए थे, शेष 5 शव चम्बा लाए गए और उसके बाद परिजनों को सौंपे गए।
मैडीकल कालेज चम्बा के एमएस डा. जालम भारद्वाज ने बताया कि भरमौर से एयरलिफ्ट किए गए 5 मणिमहेश श्रद्धालुओं में से 4 की पहचान मुकम्मल हो गई है। उन्होंने बताया कि एक शव की पहचान को लेकर प्रयास जारी हैं।