उपायुक्त सिरमौर ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि सरकार द्वारा अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चों को स्कूलों में दी जा रही छात्रवृतियां को पाठशाला के प्रमुख बोर्ड पर डिस्पले की जाए । इसके अतिरिक्त पाठशानलाओं में होने वाली प्रातःकालीन सभा में बच्चों को छात्रवृतियों बारे जानकारी दी जाए ताकि अल्पसंख्यक समुदाय के सभी पात्र बच्चें इस योजना का लाभ उठा सके ।
उपायुक्त आज यहां अल्पसंख्यक वर्ग के समाजिक एवं आर्थिक उत्थान के लिए कार्यान्वित किए जा रहे प्रधानमंत्री नया 15-सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे । उन्होने कहा कि स्कूलों में बच्चों को मौलाना आजाद राष्ट्रीय छात्रवृति योजना बारे भी जानकारी दी जाए । उन्होने कहा कि इस योजना के तहत विद्यार्थी द्वारा हिप्र स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला से दसवी परीक्षा 55 प्रतिशत अंक लेकर उतीर्ण की है और पात्र बच्चों के परिवार की वार्षिक आय एक लाख से अधिक न हो , ऐसे बच्चों को 12 हजार की राशि दो किश्तो में प्रदान की जाएगी ।
उन्होने इस कार्यक्रम के साथ जुड़े सभी विभागध्यक्षों को निर्देश दिए कि अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के कल्याणार्थ चलाए जा रही विभिन्न योजनाओ का फील्ड में व्यापक प्रचार प्रसार करने के अतिरिक्त विभाग की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं को समयबद्ध प्रदान किया जाए ताकि इस वर्ग के विशेषकर निर्धन परिवार लाभान्वित हो सके । उन्होने जानकारी दी कि सरकार द्वारा अल्पसंख्यक घनी आबादी वाले गांव में 53 आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किए गए है जिनमें 38 पांवटा साहिब और 15 नाहन विकास खण्ड में कार्यरत है जिसमें 0 से 6 वर्ष की आयु वर्ग के 2402 बच्चों को संतुलित आहार के अतिरिक्त पूर्व स्कूल शिक्षा तथा समय समयय पर स्वास्थ्य जांच की जा रही है ।
उन्होने बताया कि जिला में रिक्त पड़े ऊर्दू अध्यापकों के पदों को भरने के लिए मामला सरकार के साथ उठाया गया है और इन पदों को भी शीघ्र भरा जाएगा । श्री जैन ने जानकारी दी कि हिमाचल प्रदेश अल्पसंख्यक विकास एवं वित निगम के माध्यम से जिला सिरमौर में अब तक 988 अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को 18 करोड़ के ऋण 6 प्रतिशत न्यूनतम ब्याज दर पर उपलब्ध करवाए गए , जबकि गत वर्ष के दौरान 27 अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को अपना स्वरोजगार स्थापित करने के लिए 92 लाख रूपये के ऋण सस्ती ब्याज दरों पर उपलब्ध करवाए गए ।
उपायुक्त ने बताया कि जिला में दो मदरसे नाहन और मिश्रवाला में चल रहे है जहां बच्चों को औपचारिक शिक्षा के साथ साथ अरबी शिक्षा भी प्रदान की जा रही है । इसके अतिरिक्त इन मदरसों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को निःशुल्क किताबे और मिड-डे-मिल योजना भी कार्यान्वित की गई है ताकि बच्चें गरीबी अथवा कारणों से शिक्षा ग्रहण करने से वंचित न रह सके ।
उन्होने बताया कि अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं को स्वाबलंबी बनाने के दृष्टिगत कौशल विकास भता कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है । उन्होने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत अल्पसंख्यक वर्ग के 27 परिवारों को मकान बनाने के लिए अनुदान राशि प्रदान की गई । उन्होने बताया कि स्वर्ण जयंती शहरी आजीविका योजना के तहत नाहन शहर में 663 स्वयं सहायता समूहों को अपना स्वरोजगार आरंभ करने के लिए सवा दो लाख का उपदान दिया गया ।
इससे पहले जिला कल्याण अधिकारी विवेक अरोड़ा ने उपायुक्त सहित बैठक में आए अधिकारियों व गैर सरकारी सदस्यों का स्वागत किया और प्रधानमंत्री नया 15 सूत्रीय कार्यक्रम की जिला में प्रगति बारे विस्तृत जानकारी दी । बैठक में उप निदेश्क उच्च शिक्षा उमेश बहुगुणा, डॉ0 विधि तोमर, गैर सरकारी सदस्य नसीम मोहम्मद दीदान, कमलजीत सिंह, बेला सिंह, असलम खान, विजय जैन के अतिरिक्त इस कार्यक्रम से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया ।