राज्य सरकार के प्रयासों के फलस्वरूप श्री आनंदपुर साहिब और श्री नैना देवी जी के बीच रोपवे परियोजना की स्थापना के लिए हिमाचल और पंजाब कि बीच समझौता ज्ञापन को बहाल करने पर सहमति बनी है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां इसकी जानकारी दी।
मख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने 26 फरवरी, 2018 को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ इस मुद्दे को उठाया था और इसके बाद राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी इस सम्बन्ध में पंजाब सरकार के अधिकारियों के साथ लगातार सम्पर्क में थे। उन्होंने कहा कि यह परियोजना हिमाचल प्रदेश और पंजाब दोनों राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने में न केवल मील का पत्थर साबित होगी, बल्कि श्रद्धालुओं को भी इन धार्मिक स्थलों का दौरा करने में सुविधा मिलेगी। इसके अतिरिक्त यह दोनों राज्यों के बीच प्रेम और भाईचारे के बन्धन को मजबूत करने का एक प्रतीक भी होगा। उन्होंने कहा कि परियोजना को कल हुई राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक में मंजूरी प्रदान की गई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि इसी माह के दौरान समझौता ज्ञापन में हस्ताक्षर करने के प्रयास किए जाएंगे, जिसे परियोजना की गति में तेजी आएगी। इस परियोजना के पूरा होने पर न केवल लोगों का समय बचेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोज़गार व स्वरोज़गार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत आएगी तथा यह रोपवे 3.5 किलामीटर का होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिरिक्त मुख्य सचिव (संस्कृति एवं पर्यटन) राम सुभग सिंह ने आज पंजाब सरकार के पर्यटन और संस्कृति मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की और दोनों राज्यों के बीच समझौता ज्ञापन को जल्द बहाल करने के तरीकों पर चर्चा की।