( नीना गौतम ) जिला कुल्लू के बंजार थाना में कांस्टेबल पद पर तैनात जगदीश कुमार ने 11वीं बार रक्तदान कर किसी को जीवन दान दिया।
मनाली के मिशन अस्पताल में एक मरीज जो जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहा था। उसे ओ पॉजिटिव ब्लड की सख्त जरूरत थी। जिसकी जानकारी री इमेजिन जिंदगी के अध्यक्ष क्रिश ठाकुर दी। पुलिस जवान जगदीश चंद को यह मैसेज मिला तो वह तरंत क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू ब्लड बैंक में रक्त देने पहुंच गए।
रक्तदान देकर उन्होंने एक जरूरतमंद की मदद कर उसे नई जिंदगी दी। बता दे हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल के पद पर तैनात जगदीश चंद ने 11वीं बार रक्तदान कर इंसानियत का फर्ज निभाया हैं। वहीं, जिला कुल्लू के पुलिस कप्तान गौरव सिंह भी एमरजेंसी में कुल्लू के मौहल की एक महिला को अपना रक्त देकर उसे नया जीवन दे चुके हैं। कांस्टेबल जगदीश का कहना है कि हमारा खून किसी के काम आ जाए तो इससे बड़ा पुण्य का काम क्या हो सकता है।
अगर आपके द्वारा किसी जरूरतमंद का भला हो जाए तो समझिए परमात्मा ने आपको मनुष्य जीवन दे कर कोई गलती नहीं की हैं। पुण्य के कार्य में सबसे बड़ा दान रक्तदान है। आज की युवा पीढ़ी काफी जागरूक हो चुकी हैं और जरुरतमंदो को रक्तदान कर उनकी जिंदगी बचाने में सराहनीय भूमिका निभा रही हैं। इस कार्य को कुल्लू अस्पताल में री इमेजिंग संस्था बखूबी निभा रही है। रक्तकी कमी के कारण देशभर में लाखों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। एक औसत व्यक्ति के शरीर में 10 यूनिट यानि 5ण्6 लीटर रक्त होता है। रक्तदान में केवल 1 यूनिट रक्त ही लिया जाता है। कई बार केवल एक कार एक्सीडेंट दुर्घटना में ही कई यूनिट रक्त की जरूरत पड़ जाती है। एक बार रक्तदान करने से आप 3 लोगों की जिंदगी बचा सकते हैं। पुलिस के इस तरह के पुण्य कार्य की सराहना घाटी की जनता खूब कर रही है।