डा० युनुस आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी हिमाचल प्रदेश शिमला हि० प्र० के निदेशानुसार एक टीम का गठन किया गया जिसमें सर्व संदीप अत्री, सहायक राज्य कर एवं आबकारी, नाहन, भूपेन्द्र सिंह कश्यप चिरजीव लाल कार्तिक ठाकुर, धनी राम (सहायक राज्य कर एवं आबकारी अधिकारी), श्री सतवीर सिंह व नवाब अली (चपडासी) तथा ओमप्रकाश तथा राकेश (वाहन चालक) द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर अवैध शराब की भटिटया व उनसे जुड़े लोगों को पकड़ने हेतू टोका नगला नामक स्थान जो कि पावटा साहिब जिला सिरमौर में पड़ता है के घने जंगलों में करीब 5 से 6 किलोमीटर अन्दर तक ट्रैकिंग की।
अलग- अलग स्थानों पर अवैध शराब निकालने के लिए चल रही तीन भट्टिटयों का पता चला जो दूर- दूर स्थित थीं। पहले स्थान पर आग पर रखे गए ड्रमों और फरमेंटशन के लिए रखे गए अन्य ड्रमों और तालाबों में रखी गई लाहन का पता चला। समस्त लाहन एवं अवैध शराब को मौके पर ही नष्ट कर दिया गया एवं विधिवत वीडियोग्राफी करायी गयी। नष्ट किए गए लाहन की अनुमानित मात्रा 5000 लीटर है। पहली भट्टी से लगभग एक किमी दूर स्थित दूसरी भट्टी पर लगभग 2000 लीटर लाहन नष्ट किया गया। इसके बाद टीम को एक और चालू भट्टी का पता चला, जो सबसे बड़ी थी। वहां भी लाहन को अलग-अलग ड्रमों और तालाबों में आग पर फरमैन्टशन के लिए रखा गया था। लाहन को नष्ट कर वीडियोग्राफी कराई गई।
तीसरे स्थान पर लाहन की अनुमानित मात्रा 7500 लीटर है। ये सभी भट्टियाँ घने जंगल में नदी के किनारे स्थित थीं और उन तक पहुँचना आसान नहीं था। अवैध शराब (लाहन) की कुल मात्रा 14500 लीटर थी, जिसका मूल्य 4,35,000 रूपए बनता है। विभाग भविष्य में भी शराब तस्करों और अवैध कारोबार करने वालों पर सख्ती बरतेगा। मामले की पुष्टी हिमांशु आर. पंवार, उप आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी जिला सिरमौर ने की है