सहसपुर पुलिस ने नशा तस्करों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने करीब एक करोड़ की कीमत की स्मैक समेत गिरोह के सरगना को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस ऐक्ट में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है। इससे पहले सहसपुर पुलिस गिरोह के पांच सदस्यों को 78 लाख रुपये की स्मैक के साथ जेल भेज चुकी है। सहसपुर थाना पुलिस ने हाल के दिनों में लगातार स्मैक तस्करी के आरोपियों को दबोचा है। पुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद गिरोह के सरगाना को रविवार की रात को 425 ग्राम की स्मैक के साथ धर्मावाला सहारनपुर रोड क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपी रफीक पुत्र वकील निवासी कुरतरा थाना फतेहगंज बरेली उत्तरप्रदेश के खिलाफ एनडीपीएस ऐक्ट में मुकदमा दर्ज कर दिया है।
आपको बता दें कि कुछ रोज पहले ही सहसपुर पुलिस ने पांवटा साहिब टोका के सत्तार अली पुत्र शब्बीर अहमद निवासी टोका पांवटा साहिब सहित तीन को गिरफ्तार किया था। इन तीनों आरोपियों की निशानदेही पर रहीम निवासी बरेली यूपी से तकरीबन एक करोड़ रुपए 425 ग्राम की स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया है।
गिरोह के सरगना रफीक ने पुलिस को बताया कि वह हिमाचल के पांवटा, सहसपुर, सेलाकुई, देहरादून व हरिद्वार तक कंपनियों के श्रमिकों व उच्च शिक्षा के छात्रों को स्मैक सप्लाई करता है।उसके लिए अलग अलग क्षेत्रों में सप्लायर रखे हुए हैं।जिसमें हरिद्वार, देहरादून व सेलाकुई क्षेत्र उसके सप्लायर गुड्डू, शाद, मुकर्रम काम करते हैं। सीओ वीडी उनियाल ने बताया कि पुलिस उक्त तीनों लोगों की गिरफ्तारी में जुटी है।
सीओ विकासनगनर वीडी उनियाल ने बताया कि हाल के दिनों में बरेली क्षेत्र के नशा तस्करों के दूसरे गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। बताया कि आरोपी रफीक गिरोह का सरगना है। जिसको सोमवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। बताया कि जांच में यह सामने आया है कि स्मैक की हिमाचल के पांवटा, सहसपुर, सेलाकुई, देहरादून तक सप्लाई करने में गिरोह के तीन-चार और लोग शामिल हैं। जिनकी पुलिस तलाश में जुटी है। पुलिस की टीम में थानाध्यक्ष नरेंद्र सिंह गहलावत, चौकी इंचार्ज धर्मावाला दीपक मैठाणी, सभावाला चौकी इंचार्ज कविंद्र राणा, कांस्टेबल त्रेपन, अमित, आशीष राठी, सुमित, मनोज, रंजीत आदि शामिल रहे।