मंत्रिमण्डल ने राज्य में न्यूनतम बस किराये में वृद्धि करने का लिया निर्णय। अब न्यूनतम बस किराया 6 रुपये होगा और इस किराये के लिए अधिकतम दूरी 3 किलोमीटर होगी। यहां यह बताना आवश्यक है कि पूर्व में बस किराया वर्ष 2010 तथा 2013 में बढ़ाया गया था। वर्ष 2010 में पूर्व के किराये की तुलना में 33.33 प्रतिशत तथा 2013 में 30.63 प्रतिशत किराये में वृद्धि की गई थी। उस समय केवल तीन वर्षों में किराये में वृद्धि की गई थी, जबकि अब पांच वर्ष की अवधि के उपरांत वृद्धि की गई है। सभी श्रेणियों की बस सेवाओं जिनमें सामान्य बसों, डीलक्स बसों व वाल्वो बसों के लिए मैदानी क्षेत्रों में किराये में 24.44 प्रतिशत तथा पहाड़ी क्षेत्रों में 20.69 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।
न्यूनतम बस किराया 6 रुपये निधारित किया गया और इस किराये के लिए अधिकतम दूरी तीन किलोमीटर होगी। अनुमोदित किराया पड़ोसी राज्य पंजाब (सामान्य बसों) 1.10 रुपये प्रति किलोमीटर और उत्तराखंड में (पहाड़ी क्षेत्रों) में सामान्य बसों के लिए 1.72 रुपये है जो वर्ष 2017 (अक्तूबर) उत्तराखंड द्वारा तय किए गए था तथा लगभग तीन माह पूर्व पंजाब में निर्धारित किया गया है।
डीजल की कीमतों में तीव्र वृद्धि के मद्देनजर किराया वृद्धि उचित है। अक्तूबर, 2017 के बाद डीजल की कीमतों में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जब उत्तराखंड द्वारा अपने बस किराये तय किए गए थे। इसी प्रकार पंजाब में वर्तमान किराया लगभग तीन माह पूर्व तय किया गया था और इसके बाद डीजल की कीमतों में तेजी आई है।