आम आदमी प्रत्याशी मनीष ठाकुर को बाहर का आदमी बताकर विरोध किया जा रहा है यही नहीं मनीष ठाकुर को टिकट मिलने पर सैकड़ों लोगों ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था यही नहीं आम आदमी पार्टी को शुरू से खड़े करने वाले कई लोग भी इस टिकट को देने के बाद पार्टी के खिलाफ चले गए थे यही नहीं नॉटी ने पार्टी छोड़ कर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी नामांकन कर दिया था परंतु बाद में उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया था
ऐसे सैकड़ों चेहरे हैं जिन्होंने मनीष ठाकुर को आम आदमी पार्टी प्रत्याशी बनाने के बाद पार्टी को अलविदा कह दिया है सवाल यह उठता है कि हिमाचल के ही रोहडू के रहने वाले मनीष ठाकुर को आखिर बाहरी आदमी कहकर कि उनका विरोध किया जा रहा है वही कांग्रेश के कुछ नाराज लोग उनको समर्थन दे रहे हैं केवल इसलिए कि किरनेश जंग को निपटाना है सर्वे भी मनीष ठाकुर को तीसरे नंबर पर ही बता रहा है वही ऐसे में मनीष ठाकुर को अपनी जमानत जप्त होने से बचाने के लिए भी कड़ा प्रयास करना पड़ रहा है
ऐसे में यह जनता को तय करना है कि मनीष ठाकुर बाहर के हैं या हिमाचल के ही निवासी उनको वोट देना है या नहीं फिर उन्हीं के पार्टी के लोगों द्वारा उनको बाहर का बताकर उनका विरोध करना जायज है या फिर नाजायज