बिलासपुर कॉलेज की छात्रा अब विदेश में करेगी पढ़ाई, नीदरलैंड की इस यूनिवर्सिटी में PhD के लिए हुआ चयन

Khabron wala 

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर की होनहार छात्रा रीना कुमारी का नीदरलैंड के प्रतिष्ठित मास्ट्रिख्ट विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए चयन हुआ है। मंडी जिले के करसोग उपमंडल के दमेहल गांव की निवासी रीना कुमारी ने अपनी मेहनत, लगन और समर्पण से यह अहम उपलब्धि प्राप्त की है। रीना कुमारी ने प्रारंभिक शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सैंज-बगरा से प्राप्त की। विज्ञान विषय की सुविधा न होने के कारण उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेरी बंगला का विकल्प चुना। इसके बाद उन्होंने बीएससी की डिग्री राजकीय महाविद्यालय करसोग से प्राप्त की। एमएससी भौतिकी की पढ़ाई उन्होंने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर से पूरी की, जहां उनकी विशेष रुचि कम्प्यूटेशनल मैटीरियल साइंस में विकसित हुई। शोध प्रबंध में रीना कुमारी ने ग्राफुलरीन एवं हाईड्रोजनेटेड ग्राफुलरीन की संरचनात्मक एवं इलैक्ट्रॉनिक विशेषताओं का डैंसिटी फंक्शनल थ्योरी के माध्यम से सैद्धांतिक अध्ययन किया।

रीना कुमारी ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यशालाओं व सम्मेलनों में भाग लिया। उन्होंने सैंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ पंजाब की कार्यशाला ‘थ्योरी एंड एप्लीकेशन ऑफ इन-सिलिको एप्रोच फॉर मैटीरियल मॉडलिंग’ में भी सक्रिय भागीदारी निभाई। भाभा एटॉमिक रिसर्च सैंटर, मुंबई में आयोजित 68वीं डीएई सॉलिड स्टेट फिजिक्स संगोष्ठी में शोध पत्र प्रस्तुत किया। उनका शोध पत्र एक्सप्लोरेशन ऑफ हाईड्रोजन डैकोरेटिड टू डिमैंशनल ग्राफलेंरेंस फर्स्ट प्रिंसीपल इन्वैस्टिगेशन को एआईपी काॅन्फ्रैंस प्रोसीडिंग में प्रकाशन के लिए स्वीकार किया गया। एमएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद प्रो. डॉ. अरुण कुमार के मार्गदर्शन में रीना कुमारी ने हाईड्रोजन भंडारण विषय पर शोध कार्य जारी रखा। इसके बाद उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया शुरू की। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और मेहनत के कारण उन्हें नीदरलैंड के मास्ट्रिख्ट विश्वविद्यालय में पीएचडी कार्यक्रम हेतु चयनित किया गया।

रीना कुमारी ने कहा है कि डॉ. अरुण कुमार के मार्गदर्शन, सहयोग और समर्थन से ही वह इस मुकाम तक पहुंच सकी हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने हर कठिनाई में मेरा साथ दिया है, जिस कारण आज उनका चयन नीदरलैंड के विश्वविद्यालय के लिए हुआ है। वहीं प्रो. डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि यह उनके गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि रीना कुमारी ने समर्पण व मेहनत से यह उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!