( जसवीर सिंह हंस ) सुंदरनगर की चंबी पंचायत के अंतर्गत आने वाले मझरोट गांव का 24 वर्षीय प्रकाश बिना ईलाज के पिछले 4 माह से बिस्तर पर ही है।परिजनों के पास पैसे ना होने के चलते उसका ईलाज अभी भी शुरू नहीं हो पाया है।हालाकि परिवार आईआरडीपी में है और हेल्थ कार्ड भी बना हुआ है लेकिन सब कुछ गरीब परिवार के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है। प्रकाश के पिता सुखराम व माता बिमला देवी ने जानकारी देते हुए बताया कि वह दोनों अनपढ़ है।
परिवार में दो बेटिया अविवाहित है और दूसरा बेटा अक्षम है।उनका बेटा प्रकाश मजदूरी कर परिवार का गुजर बसर कर रहा था कि एक दिन काम के दौरान उनके बेटे के ऊपर बेड गिर गया जिससे उसका पूरा शरीर पूरी तरह से बेजान हो गया है । उसे सुंदरनगर , मंडी व शिमला के सरकारी अस्पतालों में ले गए जहा पर इलाज करने में असमर्थता जताते हुए चिकित्सको ने उसे पीजीआई ले जाने की सलाह दी । पीजीआई में दो दिन इमरजेंसी में रखने के उपरांत पैसे ना होने के चलते और कोई भी मदद ना मिलने के चलते उन्हें बिना ईलाज ही बेटे को वापिस लाना पड़ा।
अब बिना ईलाज उनके बेटे के शरीर पर जख्म पड़ने शुरू हो गए है जिनके उपचार के लिए वह बीबीएमबी कॉलोनी सुंदरनगर में अस्पताल में भर्ती है ।उन्हें सरकार व समाज से अभी तक कोई भी किसी तरह की मदद नही मिल पाई है । उनके पास बच्चे को चंडीगढ़ में ले जाने के लिए पैसा नहीं है ।उनका परिवार आईआरडीपी में है लड़के का स्वास्थ्य कार्ड भी बना हुआ है लेकिन दवाईयां बाजार से खरीदने पड़ रही है ईलाज को को कोई मदद नही मिल पा रही है। माँ-बाप ने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से गुहार लगाई है कि उनके बेटे को पीजीआई भेजने व वहा पर ईलाज की पूर्ण व्यवस्था निशुल्क करवाई जाए।वही उन्होंने बेटे के ईलाज को मदद के लिए 82198 54998 व 98822 49708 पर सम्पर्क करने को है।