विधायक डॉ. राजीव बिंदल के नामांकन पत्र दाखिल करने को लेकर हजारों की भीड़ जुट तो गई, लेकिन चर्चा यह फैली हुई थी कि हरियाणा से भीड़ व नेताओं को लाया गया था । कैमरों में हरियाणा में पंजीकृत वाहन कैद हो गए थे ।
हरियाणा के नेताओं की सूची में पड़ोसी राज्य के श्रम व खनन मंत्री नायब सिंह सैनी, अंबाला के सांसद ओम प्रकाश कटारिया, कालका की विधायक लतीका शर्मा, सढ़ौरा के विधायक बलवंत सिंह, यमुनानगर के विधायक घनश्याम इत्यादि प्रमुख थे। श्याम ढलते-ढलते इस पर कांग्रेस ने भी बयान जारी कर दिया था । कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि 90 प्रतिशत लोग हरियाणा के थे, जिन्हें गाडिय़ों में भरकर नाहन लाया गया।
आरोप यह भी लगाया गया कि जुलूस में स्थानीय लोग नामात्र ही थे। ठाकुर ने कहा कि जब सोलंकी नामांकन पत्र भरेंगे तो सच्चाई सामने आएगी क्योंकि स्थानीय कार्यकर्ता ही मौजूद रहेंगे। कांग्रेस सेवादल के प्रभारी जबर सिंह चौहान, जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष उपमा धीमान, नाहन महिला मंडल अध्यक्ष मीना शर्मा, कार्यालय सचिव मनी राम पुंडीर, गुरदयाल, ललित चडढा व अनिल कुमार ने कहा कि यह बेहद खेद का विषय है कि पांच साल तक विधायक रहने के बावजूद बिंदल को भीड़ जुटाने के लिए स्थानीय लोग नहीं मिले।
इसपर भाजपा ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि अपार जनसमूह को देखकर कांग्रेस नेताओं के पेट में मरोड़ क्यों उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता शहर भर में भाजपा के झंडे से परेशान होकर अनापशनाप बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं में दम है तो वह पिछले 65 सालों में नाहन और सिरमौर में हुए विकास के मुददे पर बहस करें।
भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस प्रत्याशी नामांकन से पूर्व अपनी हार मान चुके हैं और उनके पास नाहन के लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सिरमौर के लोगों को यह जवाब देना होगा कि वर्तमान सरकार के पांच साल और गत 65 सालों में कांग्रेस ने सिरमौर के लिए क्या किया।