शिलाई विधानसभा क्षेत्र का दूसरा उपमंडल कफोटा मे निर्धारित आगामी 28 मार्च को प्रदेश के मुख्य्मंत्री जय राम ठाकुर द्वारा कॉलेज भवन और एसडीएम कार्यालय का उद्घाटन कार्यक्रम किया जा रहा है । कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये इकठे किये जा रहे चंदे को लेकर क्षेत्र में बिवाद खड़ा हो गया है l जिससे लोगो मे पार्टी के प्रति काफ़ी रोष ब्याप्त है । लोगो ने सोशल मीडिया के माध्यम से पोस्ट डालकर दबाव बनाकर चंदा इकठ्ठा करने का कड़ा बिरोध किया है।
स्थानीय लोगो की माने तो भाजपा के कार्यकर्ता कफोटा के आसपास के पंचायतो मे कई सालो से आम गरीब लोगो के ठेकेदार बने हुए है जो भाजपा को कहीं ना कहीं बदनाम करने पर तुले है, ये कुछ चुनिदे ठेकेदार जब काम की बारी आती है तो सारे ठेके और पंचायत के सारे कामों पर अपना हक जमाते है और जब भाजपा के नाम से कोई कार्यक्रम करते है तो आम गरीब भाजपा कार्यकर्तओं से चंदा उगाते है ,जो सरासर गलत है l क्षेत्र के लोगो ने बताया कि गरीब लोग वोट भी देता है और नोट भी । क्या गरीब लोगों का इस्तेमाल केवल शोषण के लिए होता है । संबंधित क्षेत्र के नेताओं को चाहिए की वो हर कार्यक्रम के लिये इन चुनिदा ठेकेदारों से उगाही करें ना कि आम कार्यकर्ता से ।
जानकारी के मुताबिक कफोटा सहित आसपास की पंचायतो मे मुख्यमंत्री के निर्धारित प्रोग्राम मे होने वाले खर्चे के नाम पर आम भाजपा कार्यकर्ताओ सहित कफोटा क्षेत्रीय बिकास समिति सहित कई लोगो पर दबाव बनाकर पैसे इकठे किये जा रहे है l जिसको लेकर गरीब भाजपा कार्यकर्ताओ मे भाजपा के ठेकेदार बन बैठे सिपाही सहलाकारों के प्रति रोष ब्याप्त है l कार्यकर्तओं से कि जा रही उगाई पर सोशल मीडिया पर इन उगाई ठेकेदारों की क्षेत्र में खूब थू थू हो रही है ।
सूत्रों के मुताबिक कफोटा क्षेत्र की साथ लगती पंचायतो शिल्ला, दुगाना, बोकाला पाब, शावगा, मस्तभोज के गाँव के हर कार्यकर्त्ता से चंदे के नाम से पांच सो से एक हजार रुपए इकठा किये जा रहे है l शिल्ला और दुगाना पंचायत से जहाँ पचास पचास हजार रुपये इकठा करने का ठेका दे रखा है तो वही बोकाला पाब. शमाह पमता से तीस तीस हजार रुपये की उगाही की जा रही है, जबकि मुख्य्मंत्री के इस सरकारी प्रोग्राम का सारा खर्चा सरकार उठाती है l फिर ये उगाही आम गरीब भाजपा कार्यकर्ताओ से क्यों कि जा रही है यह विचारणीय बात है l ऐसे मे मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम से पहले बबाल खड़ा हो गया है जो भाजपा के लिये अच्छे संकेत नहीं माने जा रहे ।