गत 1 वर्ष में पोंटा साहिब में कानून व्यवस्था बिगड़ती नजर आ रही है अपराधियों को कानून का कोई खौफ नहीं है वही पुलिस भी इन अपराधियों के आगे लाचार नजर आ रही है चोरी के कुछ मामलों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है वही हत्या हत्या के प्रयास और फायरिंग के मामले में भी आरोपियों को गिरफ्तार किया है परंतु फायरिंग के मामले में भी जांच अधिकारी पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं क्योंकि अपराधियों को कोर्ट से जमानत दिलाने में जांच अधिकारी ए एस आई मान दास की कमजोर जांच सामने आ रही है तथा जांच अधिकारी पर भी सवालिया निशान नजर आ रहे हैं
वही अपराधी बेखौफ नजर आ रहे हैं होली वाले दिन भी चार अपराधियों द्वारा दो युवकों की हत्या का मामला सामने आया जिसमें चारों आरोपियों को पुलिस ने परिवार द्वारा धरना प्रदर्शन की तैयारी के बाद गिरफ्तार किया तथा परिवार का आरोप है कि पहले उनकी हत्या की एफआइआर भी दर्ज नहीं की जा रही थी परंतु परिवार द्वारा लाश को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने के पश्चात आला अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा हत्या का मामला दर्ज किया इससे पहले इस मामले में केवल दुर्घटना का मामला दर्ज किया गया था वही आज फिर लगभग एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें दो युवक दुर्घटना में घायल हो गया है वह एक व्यक्ति की मौत हो गई है
अब देखना यह होगा कि पुलिस इतने हादसों के बाद कुछ कड़ी कार्रवाई करेगी तथा इन हादसों को रोकने के लिए कुछ कदम उठाएगी और अपराधियों पर कानून का खौफ कायम करने के लिए क्या कड़ी कार्रवाई करेगी बेशक डीएसपी रामाकांत ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस बेहतरीन काम कर रही है जनता अपराधों से परेशान है तथा आम आदमी में डर यह है कि इसी तरह शहर में अपराध बढ़ते रहे तो उनके साथ कुछ दुर्घटना ना हो जाए वही चोरी के बढ़ते मामलों को देखकर आम आदमी अपनी सुरक्षा के प्रति भी खौफ़ में है
वही कांग्रेस सरकार आने के बाद हारे हुए कांग्रेसी भी केवल मुख्य अतिथि बनने में व्यस्त है तथा कानून व्यवस्था से उनका कोई लेना देना नहीं है वही कुछ एक कांग्रेसी अपने आप को मुख्यमंत्री का करीबी बताकर पद लेने और ट्रांसफर कराने में व्यस्त हो गए हैं वहीं मौजूदा विधायक सुखराम चौधरी खुद ही साइड लाइन लगे हुए हैं