प्रदेश मे बिजली बोर्ड द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से बदलवाए गये मीटर के लेबर चार्ज मे विभिन्न जिलों मे रेट मे भारी अंतर होने के मामले पर विधानसभा मे कांग्रेस विधायक सुखविंद्र सिंह सुक्खु ने सरकार को घेरा। उन्होंने इसमें बड़ा घोटाला होने की बात कही और साथ ही सरकार द्वारा मामले की जांच न करवाये जाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि किन्नौर में प्रति मीटर बदलवाने के रेट अढ़ाई सौ रूपये दिये जाते हैं जबकि सिरमौर मे अढ़ाई हजार रूपये से अधिक। इतनी मेहरबानी क्यों। इसकी जांच होनी चाहिए। गोर हो कि खबरोंवाला ने गत 18 फ़रवरी को आरटीआई एक्टीविस्ट चतर सिंह के पास मौजूद जानकारी के हवाले से इस स्कैम का पर्दाफाश किया था।
इस घोटाले में भाजपा में खुडेडे लाइन लगा दिया गया पावटा साहिब का एक बिजली ठेकेदार शामिल है जो खबर लगने के बाद पत्रकारों को धन्यवाद करता फिर रहा था और बोला की 2018 का मामला है इसमें कुछ नहीं होगा | सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यदि इस मामले में जांच होती है तो उक्त ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है कभी ऊर्जा मंत्री का करीबी रहा ठेकेदार अब उन्हीं द्वारा खुद लाइन लगाया गया है तथा इनका आपस में 36 का आंकड़ा चल रहा है वही भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने वाली सरकार उक्त ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई कर कोई संदेश देगी या फिर इस मामले में लीपापोती हो जाएगी वही शिकायतकर्ता इस सारे मामले को हाईकोर्ट ले जाने की तैयारी भी कर चुके हैं ऐसे में यदि कानून का चाबुक चला तो कई लोग सलाखों के पीछे पहुंच सकते हैं
दरअसल, आरटीआई एक्टीविस्ट चतर सिंह ने विद्युत बोर्ड से जानकारी ली कि पुराने मीटर के बदले जो नये मीटर बोर्ड द्वारा लगाए जा रहे हैं उन पर बदलवाने को कितना खर्च आ रहा है। इसमे उन्होंने सिरमौर, किन्नौर और सोलन जिले की जानकारी मांगी। तीनों जिलों की जानकारी आई तो वह हैरत मे पड़ गये कि आखिरकार अलग अलग जिलों मे लगे नये मीटर पर खर्च मे जमीन आसमान का अंतर क्यों। चतर सिंह को जो जानकारी दी गई है उसके मुताबिक सिरमौर जिला मे विद्युत बोर्ड ने पुराने और खराब मीटर बदलवाने के लिए ठेकेदार को 12 मार्च 2018 को टेंडर अवार्ड किये। सिरमौर जिला मे कुल 5746 मीटर बदलने थे। लेकिन मात्र बदलवाने के लिए ठेकेदार को जो भारी भरकम रेट दिये गये वो हैरान करने वाले हैं। ठेकेदार को प्रति मीटर 2562.16 रूपये रेट दिये गये। इस तरह कुल मिलाकर इन मीटर को बदलवाने के लिए सिरमौर मे 1 करोड़ 47 लाख रूपये से अधिक राशि खर्च कर दी गई।
हैरानी तो तब ज्यादा हुई जब एक महिने के बाद यानि अप्रैल 2018 मे किन्नौर जिला मे सिरमौर से कईं गुणा अधिक यानि कि 19357 मीटर मात्र 48 लाख 40 हजार रूपये मे बदले गये। इतना अंतर तो कहीं न कहीं शंका को हवा देता ही है। यही नही सोलन जिला मे 14 अक्तूबर 2020 को हुए टेंडर मे 3326 मीटर भी करीब 6555199 रूपये राशि में बदलवाये गये। तीनो जिलों के आंकड़ों को देखें तो विभाग ने किन्नौर जिले मे एक मीटर को बदलवाने का रेट 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ जहां 250.042 रूपये दिये वहीं सोलन मे ये 592 और 441 रूपये प्रति मीटर रहे। लेकिन सिरमौर मे ऐसा क्या कि विभाग ने प्रति मीटर बदलवाने के लेबर रेट ठेकेदार को 2562 रूपये 16 पैसे दे दिये। जानकारी मिलने के बाद चतर सिंह ने विद्युत बोर्ड से रेट मे इतना अंतर होने के कारण का जवाब मांगा है। उन्होनें कहा कि मीटर विभाग के और सिर्फ बदलवाने के लिए विभिन्न जिलों मे राशि खर्च का अंतर असामान्य है। इसकी शिकायत विजिलेंस मे भी की है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है। चतर सिंह ने बताया कि उनके द्वारा दौबारा मांगी गई जानकारी का जवाब फिलहाल नही आया है। वहीं, अब ये मामला विधानसभा मे भी गूंज उठा है। सुखविंदर सिंह सुक्खु ने सरकार को इस मामले पर घेरा है। अब देखते हैं कि सरकार की तरफ से इसमें क्या जवाब आता है।