पावटा साहिब ऊर्जा मंत्री के गृह क्षेत्र में मीटर और सर्विस वायर की किल्लत से जूझ रहा बिजली अमला, कनेक्शन लेने भटक रहे उपभोक्ता

लोगों को नया बिजली कनेक्शन महज इसलिए नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि बिजली बोर्ड के पास मीटर ही नहीं हैं।

नया बिजली कनेक्शन लेने के लिए लोग आवेदन कर रहे हैं लेकिन मीटर नहीं होने की वजह से कनेक्शन नहीं मिल रहा है। वहीं बिजली बोर्ड में सर्विस वायर भी समाप्त हुए 1 साल हो गया है परंतु कमीशन खोरी मैं व्यस्त भाजपाइयों को आम जनता से क्या लेना नए आशियाने में प्रवेश का मुहूर्त नजदीक है, लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं होने से मुहूर्त पर गृह प्रवेश होना संभव नहीं दिख रहा है। कई उपभोक्ताओं का दावा है कि मीटर की कमी के कारण बिजली के नए कनेक्शन का आवेदन पर कर्मचारियों ने मीटर पुराना लगा दिया। अब जब मीटर बदलवाने के लिए कार्यालय जाओ तो बाद में आने की बात की जा रही है। रीडिंग की भी सही जानकारी नहीं दी जा रही है। इसे लेकर उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है।

बताया जाता है कि बिजली बोर्ड में पहले थ्री फेस मीटर की कमी थी, जो अभी भी है, लेकिन अब आम घरेलू मीटर का भी टोटा हो गया है। यही कारण है कि जो भी उपभोक्ता नए कनेक्शन की मांग कर रहा है, उसके घर पर पुराने मीटर लगाए जा रहे हैं। कुछ तो इसे मामूली बात मानकर चुप रहते हैं, लेकिन कुछ ऐसे हैं, जो इस बात का विरोध कर रहे हैं। वे इन्हें बदलवाने के लिए बिजली दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।

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इस भीषण गर्मी में घर में लाईट नहीं होने से पानी सहित अन्य समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। इसके अलावा नए कनेक्शन के लिए शहरभर से सबसे ज्यादा वे लोग शामिल है,जो नई कालोनियों में नया फ्लैट या मकान बनाकर नया कनेक्शन के लिए आवेदन करते हैं। कई लोग ऐसे भी हैं जो संयुक्त परिवार में रहते हैं,लेकिन मकान के अलग हिस्से में रहने के लिए नया कनेक्शन लेते हैं।

सैकड़ों फाइले धूल खा रहीं –

बिजली कार्यालय में करीब 6 माह से घरेलू मीटर का टोटा बना हुआ है। करीब सैकड़ों नए कनेक्शन के लिए फाइले धूल खा रही हैं। जिससे उपभोक्ता प्रतिदिन बिजली कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें विभाग के अधिकारी यह आश्वासन देकर भगा देते हैं कि एक-दो दिन में नए मीटर आएंगे इसके बाद नया कनेक्शन दे दिया जाएगा।

स्थानीय निवासी ने बताया कि 11 मार्च को उन्होंने बिजली कार्यालय में नया कनेक्शन के लिए फाइल जमा की थी, मगर एक माह से अधिक समय बीतने के बाद भी मीटर नहीं लगा। जब भी कार्यालय जाते हैं तो बिजली विभाग के अधिकारी मीटर की कमी होना बताकर, अपना पल्ला झड़ा लेते हैं।

वहीं स्थानीय किसानों का कहना है कि उन्होंने पानी की किल्लत दूर करने के लिए तथा सिंचाई की सुविधा प्राप्त करने के लिए थ्री फेस के मीटर के लिए आवेदन किया हुआ है परंतु मीटर ना होने के कारण उनका फसल तथा पशुओं के चारे के लिए घास खराब हो रहा है ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी को कई बार इस विषय से अवगत कराने के बावजूद वह अपने गृह चित्र में मीटर उपलब्ध नहीं करा पाए हैं

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