जहां एक और सिरमौर पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के दावे कर रही है वही एक पुलिसकर्मी जो कि पावटा साहिब पुलिस स्टेशन में तैनात है कि नशा तस्करों के साथ मिलीभगत है आरोपी पुलिसकर्मी की ट्रांसफर होने के बावजूद पुलिस कर्मी को अभी तक ट्रांसफर नहीं किया गया है हेड कांस्टेबल कृष्ण भंडार के खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार की शिकायत होने के बाद विजिलेंस इंकवारी हुई थी परंतु पुलिस अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की बताया जाता है कि पिछले पुलिस अधिकारी के साथ आरोपी पुलिसकर्मी की सांठगांठ थी
पुख्ता सूत्रों के मुताबिक आरोपी पुलिसकर्मी नशा तस्करों से मंथली भी फिक्स करके रखता है यही नहीं आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई से पहले ही उनको सूचना भी पहुंचा देता है आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ पहले भी विजिलेंस में भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज हो चुकी है परंतु पुलिस अधिकारी इस को बचाने में लगे रहे क्योंकि उन पुलिस अधिकारियों का यह खासम खास बना हुआ था
यही नहीं आरोपी लंबे समय से पांवटा साहिब पुलिस स्टेशन में ही तैनात है तथा एक बार ट्रांसफर हो जाने के बाद भी रिलीव नहीं हुआ तथा ट्रांसफर रुकवाली वह भी सेटिंग करके यही नहीं आरोपी कृष्ण भंडारी के खिलाफ शिकायत करने वालों के खिलाफ कृष्ण भंडारी झूठी शिकायतें दर्ज करवा कर परेशान करता है वही एसएचओ व डीएसपी पांवटा साहिब को आरोपी के खिलाफ शिकायत दी गई परंतु शिकायतकर्ता को ही परेशान किया जा रहा है मानसिक रूप से परेशान होने के बाद इस सारी जानकारी को पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंचा दिया गया है
पुख्ता जानकारी के अनुसार आरोपी पुलिसकर्मी ने नशा तस्करी के कुछ मामले भी पकड़े थे तथा नशा तस्करी के मामलों की टीम में भी था नशा तस्करों से पैसे लगातार लेता रहा है यही नहीं नशा तस्कर को पकड़ने के बाद वह नशा तक नशे का सामान कहां से लाया है इस बात को दबाने के लिए नशा तस्करों से मोटी पैसे वसूल रहा है अधिकारियों को भी जानकारी दी गई परंतु अधिकारियों ने उक्त भ्रष्ट पुलिस कर्मचारी के खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है इस भ्रष्ट पुलिस कर्मचारियों ने करोड़ों रुपए की संपत्ति भी दूसरे राज्य में बना ली है अब देखना होगा कि आरोपी पुलिस कर्मचारी के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी वहीं इस मामले में एक लिखित शिकायत भी आला अधिकारीयों को पहुंचाई गई है देखना होगा कि आरोपी पुलिस कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई कर नशे के खिलाफ पुलिस क्या संदेश देगी