( धनेश गोतम ) बुधवार शाम से मौसम का मिजाज बदलते ही लाहुल का प्रवेश द्वार रोहतांग दर्रा बर्फबारी के चलते पुन: एक बार फिर छोटी व भारी वाहनों के लिए बंद हो गया। जनजातिय जिला का एक भाग प्रवेश द्वार सड़क मार्ग से हाल ही में बीआरओ के अमन प्रयासों से बहाली के लिए खुल गया लेकिन बीच-बीच में वारिश व बर्फबारी के कारण इससे पूर्व भी बंद हुआ फिर 18 घंटे के अंतराल में बीआरओ ने दर्रे छोटे वाहनों के लिए खोला लेकिन जैसे ही निगम ने तीन रूटों पर बस सेवा बहाल की तो बर्फबारी ने एक बार फिर रोहतांग दर्रा बंद कर दिया।
मढ़ी व कोकसर रेस्क्यू में तैनात प्रभारी पवन ठाकुर ने बताया कि बुधवार शाम से हो रही बर्फबारी के कारण कोकसर में 1 फुट, मढ़ी में 10 इंच व रोहतांग दर्रे में करीब अढाई फुट बर्फबारी हो चुकी है। वहीं जिला मुख्यालय केलांग में समाचार लिखे जाने तक आधा फुट बर्फबारी हो चुकी थी। एतिहात के तौर पर दोनों ओर से वहानों की आवाजाही बंद कर दी गई है। उधर, मंगल चंद मनेपा आरएम केलांग ने भी अपनी तीनों रूटों पर चलने वाली बसों को रोहतांग दर्रे पर हुई बर्फबारी के चलते बंद कर दिया है।
हालांकि उन्होंने बताया कि भीतरी सड़क मार्गों पर बस सेवा शुरू है उन्होंने बताया कि जैसे ही रोहतांग दर्रा से बर्फ हट जाती है बस सेवा शुरू कर दी जाएगी। बर्फबारी के चलते पुन: लाहुल की जनता शेष विश्व से कट चुकी है। जिससे एक बार फिर लोगों ने तंदुर जलाने शुरू कर दिए वहीं, ऊनी कपड़ों का भी सहारा लेना शुरू कर दिया है। उधर, इस बर्फबारी से किसान बागवानों की कृषि कार्य भी प्रभावित हुआ है।
साथ ही किसानों में नील चंद, शिव दास, सुरेश ने इस बर्फबारी को कृषि के लिए बेहतर माना है। उन्होंने कहा कि इससे सिंचाई के लिए पानी की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा व फसलों के लिए बर्फबारी होना जरूरी है। प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। सूबे के पहाड़ अप्रैल माह में बर्फ से लकदक हो गए हंै। शुक्रवार को मनाली के आसपास जहां दिन भर बारिश हुई वहीं, सोलंग, गुलाबा, मढ़ी, चुद्रखंडी, हामटा समेत रोहतांग दर्रे पर बर्फ बारी का क्रम जारी रहा।
जानकारी के मुताविक केलांग में तीन इंच कोकसर में एक फुट मढ़ी एक फुट और रोहतांग में 2 फुट से अधिक बर्फबारी हुई है। बर्फबारी के कारण रोहतांग के साथ जलोड़ी दर्रे पर आवाजाही बंद हो गई है जिस कारण जनजातिय जिला लाहुल का संपर्क देश की अन्य भागों से कट गया है। अप्रैल माह में अचानक हुई बर्फबारी ने सीमा सड़क संगठन की परेशानी बढ़ा दी है। अभी हाल ही में ही संगठन ने रोहतांग दर्रे पर यातायात बहाल किया था और कुंजुम दर्रे की तरफ कूच कर गए थे। अब दोबारा हिमपात के कारण एक बार फिर सीमा सड़क संगठन को रोहतांग की तरफ लोटना पड़ेगा। दिन भर की बारिश से मनाली में तापमान में भारी गिरावट आ गई है। ठंड इतनी बढ़ गई कि लोगों को एक बार फिर गर्म कपड़े निकालने पड़ रहे हंै।