लापरवाही का आरोप: रैहन के प्राइवेट अस्पताल पर उठे सवाल, डिलीवरी के दौरान महिला ने तोड़ा दम

Khabron wala 

रैहन के एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मृतका के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं, वहीं अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन्होंने समय रहते मरीज को रैफर किया था।

मिली जानकारी के अनुसार लक्ष्मी देवी पत्नी दीपक निवासी गांव भराल पंचायत रैहन को 8 अगस्त की शाम उनके परिजन डिलीवरी के लिए रैहन स्थित एक निजी अस्पताल लेकर आए थे। मृतका की सास वीना देवी ने बताया कि अस्पताल स्टाफ ने प्रारंभ में आश्वासन दिया कि नार्मल डिलीवरी हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमने डॉक्टर को पहले ही कह दिया था कि अगर नार्मल केस नहीं है तो हम मरीज को कहीं और ले जाएंगे, लेकिन अस्पताल की ओर से हमें भरोसा दिलाया गया कि ऑप्रेशन की आवश्यकता होने पर डॉक्टर को यहीं बुला लेंगे, आगे जाने की जरूरत नहीं है।”

वीना देवी के अनुसार, बाद में शक्रवार रात करीब 10 बजे अचानक लक्ष्मी देवी को नूरपुर अस्पताल रैफर कर दिया गया, लेकिन जसूर के पास पहुंचने से पहले ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि पहले से ही यह स्पष्ट था कि बच्चा उलटा है, फिर भी अस्पताल ने नार्मल डिलीवरी की बात कही, जिससे लापरवाही हुई। उन्होंने मांग की कि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में किसी और के साथ ऐसी घटना न हो।

लापरवाही से हुई मेरी बेटी की मौत : पिता

मृतका के पिता तरसेम लाल शर्मा निवासी पंचायत नंगल फतेहपुर ने भी आरोप लगाया कि उनकी बेटी की मौत अस्पताल की लापरवाही से हुई। उन्होंने कहा कि “जब बेटी को अस्पताल लाया गया, वह पूरी तरह सामान्य थी, लेकिन बाद में अचानक रैफर कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि लक्ष्मी की मौत अस्पताल में ही हो चुकी थी और रैफर करना केवल औपचारिकता थी।

दौरे पड़ने लगे थे इसलिए किया रैफर : अस्पताल प्रबंधन

उधर, अस्पताल मालिक ने बताया कि मरीज 8 अगस्त की शाम करीब 6:40 बजे भर्ती हुई थी और उस समय उसे हल्के प्रसव पीड़ा थी। ऑप्रेशन की योजना बनाई जा रही थी, लेकिन रात करीब 9:30 बजे उसे दौरे पड़ने लगे, जिसके बाद नूरपुर रैफर किया गया। उनके अनुसार वह स्वयं मरीज के साथ नूरपुर गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई। उधर, इसी अस्पताल के कंसल्टेंट डाक्टर ने कहा कि मरीज को उनके आने से पहले ही दो इंजैक्शन दिए जा चुके थे। उन्होंने रात को लगभग 9:15 बजे मरीज को देखा और पाया कि यह एक्लेम्पसिया का केस है, जिसके चलते लगभग 9:30 बजे रैफर किया गया।

ऐसे पहुंची पुलिस तक सूचना

रैफर के दौरान रास्ते में महिला की मौत के बाद आशा वर्कर ने इसकी सूचना रैहन के चिकित्सा अधिकारी को दी और फिर चिकित्साधिकारी ने महिला की मौत की सूचना पुलिस को दी जिस पर पुलिस ने महिला के घर से शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई। डी.एस.पी. विशाल शर्मा ने बताया कि शनिवार दोपहर बाद पोस्टमार्टम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। उधर शनिवार को ही महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

डी.एस.पी. नूरपुर विशाल वर्मा ने बताया कि इस मामले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 194 के तहत कार्रवाई की जा रही है।

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