एक महिला अध्यापिका की तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। माजरा थाने में अध्यापिका ने शिकायत सौंपते हुए थाना प्रभारी से हाथ जोड़कर विनती करते हुए कहा कि बिना किसी गलती के ही उनकी तस्वीर को सोशल मीडिया पर वायरल कर उन्हें बदनाम किया गया है। सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर को वायरल करने वाली महिला को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
जब आप सैकड़ो किलोमीटर का सफर तय कर किसी नई जगह पर आते हैं और बुरे वक्त के दौर में आपकी कोई मदद कर देता है तो इंसानियत यह कहती है कि उसकी मदद को हमेशा याद रखा जाए। लेकिन पांवटा साहिब में चंबा से आए एक दम्पति की मदद करना सोशल वर्कर और व्यापारी को बुरी तरह से भारी पड़ा है। चंबा के इस भगोड़े दंपति ने फेसबुक पर फर्जी आई डी बनाई हुई है तथा पैसे देने वाले को ही बदनाम कर रहे हैं संदीप कुमार लॉन्गवाल ने बताया कि पहले तो चंबा का यह है भगोड़ा दंपति उनके पैर पकड़ता रहा तथा पैसों की भीख मांगता रहा अब अपने पैसे वापस मांगने पर यह लोग गुंडागर्दी पर उतर आए हैं
माजरा की एक पीड़ित महिला अध्यापिका ने थाना प्रभारी को शिकायत सौंपते हुए कहा कि पुलिस को उनके साथ न्याय करने और सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल करने वाली कथित महिला पत्रकार को तुरंत गिरफतार कर एक मिसाल पेश करनी चाहिए ।
पीड़ित टीचर ने बताया कि उनकी तस्वीर को ग़लत इरादे से वायरल किया गया है। दरअसल उनके पति संदीप कुमार से सपना देवी पत्नी आदित्य कौशल निवासी चम्बा ने बुरे वक्त में पैसे उधार लिए थे जब सपना देवी से कुछ महीनों बाद उनके पति संदीप कुमार ने अपने उधार पैसे मांगे तो सपना देवी और उसके पति ने उधार पैसे देने में आनाकानी शुरू कर दी। जब संदीप कुमार ने अपने उधार दिए पैसे के लिए फोन करने शुरू किए तो कथित महिला पत्रकार ने उनकी और उनकी पत्नी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकियां देनी शुरू कर दी । कथित महिला पत्रकार ने धमकियां देते हुए कहा कि झूठी खबर लगा कर तुम्हारी और तुम्हारी पत्नी की सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल कर दूंगी। कथित महिला पत्रकार ने आईटी एक्ट कानून की धज्जियां उड़ाते हुए साथ ही “निजता का हनन” कानून की खिल्ली उड़ाते हुए पीड़ित टीचर और उसके पति की तस्वीरें अपनी सोशल मीडिया पर झूठी मनगढ़ंत कहानी बना कर वायरल कर दी।
इतना ही नहीं कथित महिला पत्रकार ने एक बार फिर कानून की धज्जियां उड़ते हुए उधार देने वाले व्यक्ति की पत्नी जो की एक टीचर है और इस पूरे लेनदेन से उसका कोई भी संबंध नहीं है उसको भी नहीं बख्शा उसकी भी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल कर पूरी तरह से बदनाम कर दिया गया है। फिलहाल सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल होने के बाद अध्यापिका द्वारा माजरा थाना प्रभारी से उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल कर बदनाम करने वाली कथित महिला पत्रकार को गिरफ्तार करने की मांग की गई है ताकि भविष्य में किसी की तस्वीरों को कोई इस तरह से गलत इरादे से वायरल ना कर पाए।
वही जब इस पूरे मामले की शिकायत माजरा थाना प्रभारी को दी गई तो एक दर्जन के करीब पत्रकारों ने भी इस मामले को उठाने में गुरेज नहीं किया हद तो तब हो गई जब कथित महिला पत्रकार और उसके पति द्वारा मीडियाकर्मियों को भी फोन पर धमकियां देना शुरू कर दिया गया और गाली-गलौच भी की गई । कई पत्रकारों को भी धमकियां दी गई कि वह बड़े अपराधिक माफियाओं से संपर्क रखते हैं और उन्हें कभी भी गोली मरवा सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं महिला पत्रकार सोशल मीडिया पर झूठी खबरों के साथ पत्रकारों को भी बदनाम करने की धमकियां दे रही हैं। इतना ही नहीं पांवटा थाना में कई मीडिया कर्मियों की झूठी शिकायत की गई ।
कथित महिला पत्रकार ने पुलिस के अधिकारियों का भी झूठा ब्यान अपनी सोशल मीडिया फेक वैब पर डाल दिया जिसको लेकर पुलिस अलग से रिपोर्ट दर्ज कर चुकी है। पांवटा पुलिस थाना प्रभारी अशोक चौहान ने मीडिया कर्मियों को बताया कि उन्होंने किसी सोशल मीडिया पर कोई बयान जारी नहीं किया है यह बिल्कुल गलत बयान उनकी ओर से प्रकाशित किया गया है इस पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है। फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।
झुठा निकला कथित महिला पत्रकार का पता ….
उधर चंबा से पांवटा साहिब पहुंची कथित पत्रकार और उसके पति ने वार्ड नंबर 5 में रहने वाली किसी शिवानी का पता किराएदार के तौर पर लिखवाया है जो की पूरी तरह से झूठा साबित हुआ है पुलिस ने जब इस मामले में जांच की तो जिनका पता लिखवाया गया है उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उक्त महिला पत्रकार जनवरी के बाद उनके घर छोड़ चुकी है और वह अब उनकी किराएदार नहीं है अगर उनका नाम थाने में कहीं शिकायत के दौरान लिखवाया गया है तो वह बिल्कुल झूठा है और उसको शिकायत से हटाया जाए।
कुल मिलाकर चम्बा की कथित महिला पत्रकार को इस लेनदेन की लड़ाई को या तो कोर्ट में लड़ना चाहिए था और या फिर उधर पैसे चुकाकर इस मामले को खत्म किया जा सकता था लेकिन पैसे के लिए दिन को लेकर किसी की भी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर गलत इरादे से इस्तेमाल करना बिल्कुल गलत प्रचलन है यह बंद होना चाहिए। यही कारण है कि हमने उक्त कथित महिला पत्रकार की एक बार भी सोशल मीडिया और वैबपोर्टल पर तस्वीर वायरल नहीं की है।
स्कूल में बच्चों को पढ़ाने वाली अध्यापिका ने थाना प्रभारी माजरा से इस मामले में उक्त कथित महिला पत्रकार को गिरफ्तार करने की मांग की है उनका कहना है कि उनकी निजता का हनन किया गया है उनको छोटे छोटे बच्चों के सामने बदनाम करने का प्रयास किया गया है समाज में उनकी प्रतिष्ठा को कलंकित करने का घृणित काम किया गया है और ऐसी आरोपी महिला को तुरंत गिरफ्तार कर एक मिसाल पुलिस को पेश करनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी किसी की तस्वीरों को सोशल मीडिया पर ग़लत इरादे से वायरल ना कर पाए।