प्रतिबंधित ट्रामाडोल कैप्सूल पकड़े जाने के मामले में अमृतसर पुलिस ने हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत परमार के पोते चेतन परमार को नामजद कर लिया है
करोड़ रुपये की प्रतिबंधित ट्रामाडोल कैप्सूल पकड़े जाने के मामले में अमृतसर देहाती पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत परमार के पोते चेतन परमार को नामजद कर लिया है। आरोप है कि चेतन ने नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले फैक्ट्री मालिक को लाखों रुपये की फंडिग की है। आरोपित के पिता कुश परमार हिमाचल में पांच बार विधायक भी रह चुके हैं। मामले में 24 से ज्यादा आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।
उधर, पुलिस ने दवा मार्केट कटरा शेर सिंह में कारोबार करने वाले अमरप्रीत सिंह उर्फ सन्नी सिंह से पूछताछ की है। सन्नी ने बताया कि वह पिछले कुछ सालों से दिल्ली निवासी प्रेम झा और पावंटा साहिब में दवा की फैक्ट्री चलाने वाले मनीष मोहन से प्रतिबंधित दवाएं लेकर आगे दवा कारोबारियों को डिलीवर करता था।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल सन्नी से कोई बरामदगी नहीं हुई है, लेकिन अपराध में उसकी शमूलियत साबित हो चुकी है। दवा मार्केट के 24 से अधिक कारोबारी निशाने पर प्रतिबंधित दवाओं की खेप फोन पर ही डिलीवर करवा देने वाले सन्नी ने पुलिस हिरासत में अपने 24 से अधिक दुकानदारों के नाम कुबूले हैं। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से देखते हुए सभी संदिग्धों को गिरफ्तार करने की बजाय उन पर नजर रखे हुए है। उनकी काल डिटेल और उनकी गतिविधियों को खंगाला जा रहा है। जांच में सामने आया है कि सन्नी का सारा काम दवा मार्केट के प्रिस और मन्नू चौहान कर रहे थे। दोनों को पुलिस ने एफआइआर में नामजद कर लिया है।
पावंटा साहिब निवासी व फैक्ट्री मालिक मनीष मोहन ने अपनी रिहाई के लिए जमानत अर्जी कोर्ट में दायर की है। इस पर कोर्ट 17 जून को सुनवाई करेगी। बता दें इस मामले में पुलिस अब तक दस आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें समीर कुमार, सूरज, गुरमुख, मनीष मोहन, प्रेम झा, राणू भार्गव, राजेश वडेरा, प्रमोद, सन्नी और बब्लू शामिल