शहर में चोरियां थमने का नाम नहीं ले रही है घर के ताले तोड़कर सोना चांदी नकदी आदि की चोरी बस यही शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है यही नहीं शहर के बीचोबीच बने मंदिरों में चोरी भी कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है कभी कानून व्यवस्था को लेकर शोर मचाने वाले विधायक सुखराम चौधरी अब मुंह पर पट्टी बांधकर बैठ गए हैं वहीं कांग्रेसी जो कि विपक्ष में बैठी है इन मुद्दों को उठाने में नकारा साबित हो रही है कांग्रेसी नेता आपस में लड़ कर बस टिकट पाने के इच्छुक बैठे हैं बाकी शहर की जनता के दुखों से कांग्रेसमें भाजपा दोनों के नेताओं को कुछ लेना देना नहीं है केवल कोरी राजनीति करनी है
चोर खुल्लम खुल्ला वारदातों को अंजाम देकर फरार हो रहे हैं परंतु पुलिस चोरियों को रोकने तथा चोरों को पकड़ने में नाकामयाब साबित हो रही है अब देखना यह होगा कि चोर पुलिस का लुक्का छूप्पी का यह खेल कब तक चलता रहेगा वही देखना होगा कि आज ज्वाइन करने वाले नए एसएचओ क्या गुल खिलाएंगे वही कुछ जगह लोगों ने भी चोरों को पकड़ा है तथा उसकी वीडियो भी वायरल हो रही है यही नहीं ग्रामीण इलाकों में भी चोर सक्रिय हैं महीने में दर्जन भर से ज्यादा चोरी की वारदात सामने आई है जिनमें अभी तक एक भी चोर को पुलिस पकड़ नहीं सकी है क्योंकि अधिकारी अपने ट्रांसफर में व्यस्त थे