कांग्रेस की गुटबाजी फिर एक बार सामने उभरकर आई है कांग्रेस मंडल अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के पदभार संभालने के बाद की गई पहली मीटिंग में ही कांग्रेस के अधिकतर नेता गायब रहे इससे पहले कांग्रेस के बड़े नेताओं ने मंडल की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उनको ना बुलाने के आरोप लगाए थे
गौरतलब है कि इससे पूर्व निर्दलीय विधायक किरनेश जंग को पार्टी से टिकट देने के बाद भी बगावत के सुर उभर कर सामने आए थे तथा किरनेश जंग को 13 हजार से अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा था उस समय भी स्वयं मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को नेताओं को मनाने के लिए पहुंचना पड़ा था परंतु फिर भी वह टूटे दिलों को नहीं जोड सके थे
मंडल की पहली मीटिंग से ही अन अनिन्द्र सिंह नॉटी नसीमा बेगम असगर अली तपेंदेर सिंघ हरप्रीत रतन अवनीत सिंह लांबा आदि कांग्रेस नेता गायब रहे वहीं अन्य कांग्रेसी नेताओं का कहना यह भी है कि केवल व्हाट्सएप पर ग्रुप्स में मैसेज भेज दिया गया था कि मंडल की मीटिंग है किसी को निजी तौर पर भी आमंत्रित नहीं किया गया था गौरतलब है कि पिछले एक दशक में कांग्रेस ने पावटा साहिब में अधिकतर चुनाव चाहे वह पंचायत के और नगरपालिका के हो लोकसभा के हो या विधानसभा के हो हारे हैं तथा इस बार भी मंडल की कमान किसी और व्यक्ति को देने की मांग उठी थी परंतु हाईकमान ने किरनेश जंग के चहेते अश्वनी शर्मा के नाम पर मुहर लगा दी थी वही इस विषय पर अश्वनी शर्मा का कहना है कि अन्य नेताओं को जो कहना है कहते रहे उनको कोई फर्क नहीं पड़ता