हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम यशवंत परमार के पोते चेतन परमार की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। पिछले दिनों आरोपित का नाम एफआइआर में दर्ज करने के बाद पुलिस ने हिमाचल में डेरा जमा लिया था, लेकिन तीन दिन तक छापामारी के बावजूद वह पुलिस के हाथ नहीं आया। आरोप है कि चेतन परमार ने पावंटा साहिब में फैक्ट्री के मालिक को ट्रामाडोल बनाने की एवेज में लाखों रुपये की फंडिग की थी।
15 करोड़ रुपये की प्रतिबंधित ट्रामाडोल कैप्सूल पकड़े जाने के मामले में अमृतसर देहाती पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यशवंत परमार के पोते चेतन परमार को नामजद कर लिया था । आरोप है कि चेतन ने नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले फैक्ट्री मालिक को लाखों रुपये की फंडिग की थी । आरोपित के पिता कुश परमार हिमाचल में पांच बार विधायक भी रह चुके हैं।
यह है मामला : मत्तेवाल थाने की पुलिस ने हिमाचल के पावंटा साहिब में 15 करोड़ की प्रतिबंधित दवाएं पकड़ी थीं। इस केस में फैक्ट्री मालिक मुनीष मोहन, दिल्ली निवासी प्रेम झा को काबू किया गया। इसी कड़ी के तहत पुलिस ने अब तक कुल दस आरोपितों को काबू कर लिया है जबकि आधा दर्जन से ज्यादा आरोपितों की धरपकड़ के लिए छापामारी की जा रही है।