शिलाई विधानसभा क्षेत्र के बाली कोटी पंचायत में भाजपा प्रत्याशी बलदेव तोमर ने जनसंपर्क अभियान कर चुनावी सभा की। इस दौरान 14 परिवारों ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा। बलदेव तोमर ने भाजपा में शामिल हुए परिवारों का स्वागत किया।
बाली कोटी में आयोजित कार्यक्रम में संबोधित करते हुए बलदेव तोमर ने कहा कि शिलाई विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सहयोग से चहुंमुखी विकास किया है। उन्होंने कहा कि शिलाई क्षेत्र की जनता को पहले हर काम के लिए पांवटा साहिब के सफर तय करना पड़ता है। लेकिन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पांच साल के कार्यकाल में सिविल कोर्ट, आईपीएच डिवीजन, बिजली बोर्ड का डिवीजन, डीएसपी कार्यालय सहित सिविल अस्पताल खोलकर दिया है जिससे अब लोगों के सभी काम शिलाई में हो रहे है। उन्होंने कहा कि हमने पांच साल में हर पंचायत में विकास कार्य की रफ्तार से जोड़ा है। बलदेव तोमर ने कहा कि जिस परिवार ने 60 साल तक राज किया वह नेता शिमला में बैठकर ही शिलाई की राजनीति करते है और क्षेत्र की जनता को ठगने का काम किया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों को पहले छोटे से काम करवाने के लिए भी नेता से मिलने शिमला जाना पड़ता था। लेकिन हमने जनता के बीच रहकर भी बड़े बड़े काम करवाके दिखा दिए। बलदेव तोमर ने कहा कि गिरिपार क्षेत्र के जनजातीय मुद्दे पर कांग्रेस ने 55 साल तक राजनीति की तथा क्षेत्र की जनता को वोटबैंक के तोर इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि हाटी खुमलियो में खून बहाने व राजनीति छोड़ने वाली बातें करने वाले नेता ने हाटी मुद्दे का हल देखकर क्षेत्र को लोगों को भड़काकर समाज को बांटने का काम किया। लेकिन मुख्यमंत्री के प्रयासों के कारण केंद्र सरकार ने 55 साल पुरानी मांग को एक ही झटके में खत्म कर हाटी समुदाय के लोगों को बड़ी सौगात दी है। बलदेव तोमर ने कहा कि शिलाई विधानसभा क्षेत्र की जनता ने जो मुख्यमंत्री से मांगा उन्होंने वो दिया और अब मुख्यमंत्री के कर्ज चुकाने का वक्त आ गया है। इस लिए 12 नवंबर को होने वाले मतदान में भाजपा के पक्ष में मतदान कर हिमाचल प्रदेश में बनने वाली भाजपा सरकार में अपना योगदान दे।
कार्यक्रम के दौरान बाली कोटी पंचायत में 14 परिवारों ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा है। बलदेव तोमर ने भाजपा में शामिल हुए लोगों का स्वागत किया।
इस मौके पर जौनसार से प्रताप रावत, सुरेन्द्र हिंदुस्तानी, रमेश नेगी, बसंत चौहान, बाजू राणा, नरेंद्र सिंह , प्रताप चौहान , जाती राम नेगी, बलबीर सिंह, कवर सिंह, मोहर सिंह व टीकम सिंह आदि मौजूद थे।