पांवटा साहिब में स्थानीय प्रशासन और उद्योगपतियों के प्रयासों से प्रवासी श्रमिकों का पलायन रुका है। यहां अच्छी सुविधाओं और रोजगार की गारंटी के चलते स्टोन क्रशरों पर काम करने वाले लगभग 1000 प्रवासी श्रमिक अब तक रुके हुए हैं। दरअसल इन मजदूरों को क्रेशर संचालकों ने पूरे 2 महीनों तक राशन उपलब्ध करवाया। साथ ही स्थिति ठीक होने पर इनके रोजगार का भी आश्वासन दिया। यही कारण रहा कि स्टोन क्रशरों पर काम करने वाले प्रवासी मजदूर अन्य मजदूरों की तरह अपने प्रदेशों को नहीं लौटे।
अब स्थिति सुधर रही है तो क्रशरों का काम भी शुरू हो रहा है और इन लोगों का रोजगार भी शुरू हो रहा है। ऐसे में यह कामगार खुश हैं। मजदूरों का कहना है कि उद्योगपतियों से मुफ्त का राशन लेना उन्हें अच्छा नहीं लग रहा था। अब सब ठीक हो गया है वह सभी मेहनत करेंगे और अपनी रोजी-रोटी कमाएंगे। इससे अलावा कई अन्य खर्चे भी थी जो कि स्थानीय क्रेशर मालिक मालिकों ने उनके दिए हैं