पांवटा साहिब के भुंगरणी गांव में नाबालिग को जबरन देह व्यापार में झोंकने के मामले में पुलिस की कार्रवाई संदेह के घेरे में है। स्थानीय लोगों ने पुलिस पर मुख्य आरोपियों को बचाने के आरोप लगाए है। उन्होंने इस मामले की पूरी जांच एसपी सिरमौर या सीआईडी से करवाने की मांग की है।
बुधवार सुबह पंचायत के सैंकड़ो महिलाओं व पुरूषों ने अपना रोष प्रकट करते हुए स्थानीय पुलिस पर इस मामले को गंभीरता से नहीं लेने के आरोप लगाए ।
पुलिस पर गम्भीर आरोप : इस मामले में शिवपुर पंचायत की महिला मंडल कार्यालय में लोग एकत्रित हुए वहां उपस्थित पंचायत प्रधान परविंदर कौर, पूर्व प्रधान मनजीत सिंह, महिला मंडल प्रधान सुरजीत कौर, एक्स प्रधान गुरजीत कौर ने बताया कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर जरा भी भरोसा नहीं है। पुलिस शुरू से ही पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपियों को बचाने के लिए काम कर रही है। पंचायत में महिला धर्म कौर और उसके पति द्वारा ना केवल नशा बेचा जा रहा है बल्कि क्षेत्र की नाबालिग बच्चियों को देह व्यापार जैसे धंधों में धकेला जा रहा है। लेकिन स्थानीय पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से ना लेकर धर्म कौर को मामूली धाराएं लगाकर बचाने की कोशिश की है जबकि धर्म कौर और और उसका पति इसमें सबसे बड़े आरोपी हैं ।
क्या आरोपी महिला ने घूस देने को निकलवाऐ 7 लाख ? जांच हो इसी मामले में स्थानीय लोगों ने आरोप लगाए की मुख्य आरोपी धर्म कौर और उसके पति ने मामला दर्ज होने के पश्चात बैंक से ₹7 लाख निकलवाए हैं। इस मामले की जांच हो कि आखिर यह पैसे निकाले गए हैं या नहीं अगर निकाले गए हैं तो इन पैसों का क्या उपयोग किया गया। एक ग्रामीण सतविन्द्र सिंह ने इस पैसे के उपयोग पर काफी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए