Khabron wala
देवभूमि हिमाचल को शर्मसार करने वाली एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। यह मामला कांगड़ा जिले के गांव माजरा का है। जहां एक महिला, जो पठानकोट की रहने वाली है और उसने एक निजी तौर पर एक संस्था बनाई है। इस संस्था ने कांगड़ा जिले के माजरा गांव में लगभग 300 कुत्तों के लिए एक शैड बना रखा है, जिसमें वह आवारा कुत्तों का संरक्षण करती है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार करीब 200 से 300 कुत्ते इकट्ठे कर रखे हैं। महिला इन कुत्तों को खाने के लिए जिंदा मवेशी को उनका भोजन बनाकर परोस देती है। गांववासियों ने इसकी शिकायत स्थानीय प्रशासन से भी कई बार की परंतु महिला के आगे गांववासियों की एक न चली। कई बार गांव वाले पंचायत प्रधान सहित उसे समझाने भी गए मगर वह उनसे झगड़ा करने को उतारू हो जाती है।
स्थानीय लोग अपनी-अपनी छतों पर इकट्ठे हुए और वीडियो बनाकर वायरल कर दी, जिससे क्षेत्र के स्थानीय धार्मिक व राष्ट्रवादी लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने इसकी शिकायत स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर जाकर उस मवेशी को कुत्तों से छुड़ाया और उपचार हेतु गऊशाला में भेजा। इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ के सह निदेशक राजेश पठानिया ने बताया कि इलाके की यह पहली घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी इस तरह के कृत्यों को अंजाम दिया गया है। पठानिया ने भारत सरकार और हिमाचल सरकार से आग्रह किया है कि इस मामले में कठोर कानून बनाया जाए।
इस संबंध में एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर बताया कि इस मामले में उन्हें लोगों ने ज्ञापन भी दिया था। उन्होंने पुलिस को एफआईआर दर्ज कर इसकी छानबीन करने के निर्देश भी दिए हैं। मामले में लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल भी मिला और उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच पुलिस विभाग कर रहा है।












