उत्तराखण्ड एसटीएफ की एण्टी नारकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा थाना रायवाला क्षेत्र और थाना डोईवाला पुलिस के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुए विंडलास रीवर वैली हरिद्वार रोड के पास से एक व्यक्ति गजराज सिंह पुत्र रामस्वरूप सिंह निवासी वार्ड नंबर 11 देवीनगर थाना पावटा साहिब जनपद सिरमौर हिमाचल प्रदेश को 01 किलो 200 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त गजराज उपरोक्त द्वारा पूछताछ पर बताया कि बरामद की गयी स्मैक को वह धामपुर उत्तर प्रदेश से लेकर आया था। अभियुक्त से पूछताछ में यह भी पता चला कि बरेली का तस्कर धामपुर तक इस माल को पहुंचाता था तथा यहां से पकड़ा गया अभियुक्त गजराज इस माल को आगे पावटा साहिब और देहरादून में अपने एजेण्टों के माध्यम से विक्रय कराता था। मूल रूप से बिजनौर निवासी नशा तस्कर गजराज पांवटा साहिब में रह रहा था
इस पर एसटीएफ द्वारा पूछताछ में अन्य कई ड्रग्स तस्करों के नाम की जानकारी हुई है जिन पर अलग से कार्यवाही की जायेगी। पेशे से पकड़ा गया अभियुक्त गजराज पावटा साहिब में पेण्ट के ब्रश बनाने का काम करता है। तस्करी के धन्धे में यह अभियुक्त विगत 2 सालों से बरेली व धामपुर से स्मैक लाकर पोण्टा साहिब और देहरादून में अपने फिक्स एजेण्टों को सप्लाई कर रहा था।
देहरादून पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी पांवटा साहिब में भी नशा तस्करी कर स्मैक सप्लाई करता था ऐसे में पांवटा साहिब की पुलिस उसको पकड़ने में असफल साबित रही है वही सिरमौर पुलिस के साथ ही पावटा पुलिस के ऊपर भी सवालिया निशान खड़े हो गए हैं केवल ड्रग पेडलर को पकड़ रही पुलिस बड़े नशा तस्करों को पकड़ने में असफल साबित हो रही है तथा इसमें ही कुछ पुलिस के लोगों की मिली का भगत भी हो सकती है ऐसे में हिमाचल पुलिस के भी ड्रग फ्री के दावे खोखले साबित हो रहे हैं तथा कांग्रेस सरकार पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं वहीं जिले के पुलिस अधिकारी अपने ही पुलिस कर्मचारियों के साथ संतुलन नहीं स्थापित कर पा रहे हैं वही इतने बड़े नशा तस्कर को पकड़ने के लिए देहरादून पुलिस बधाई की पात्र है
पांवटा साहिब का है स्मैक तस्कर : एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि आरोपी पेशे से पांवटा साहिब में पेंट के ब्रश बनाने का काम करता है. आरोपी पिछले 2 सालों से बरेली और धामपुर से स्मैक लाकर पांवटा साहिब और देहरादून में अपने फिक्स एजेटों को सप्लाई कर रहा था.