संजय कुण्डू, पुलिस महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश पुलिस ने आज दिनांक 19.06.2021 को जिला सिरमौर के प्रवास के दौरान पुलिस उपमण्डल पांवटा साहिब का भ्रमण किया। पुलिस महानिदेशक ने पुलिस थाना पांवटा साहिब में नव निर्मित आदर्श आरक्षी आवास का उदघाटन किया।
आदर्श आरक्षी आवास में पुरूष पुलिस जवानों के लिए चार अलग-2 कमरो में कुल 24 बिस्तरों का एक आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आरक्षी आवास निर्मित किया गया है। साथ ही साथ महिला पुलिस कर्मियों के लिए भी इसी प्रकार का 06 बिस्तरों का एक आधुनिक/आदर्श आवास एक अलग कमरे में तैयार किया गया हैं जिसके साथ ही एक कमरे में 02 बिस्तरों के साथ CRÈCHE की सविधा सहित एक अन्य आधुनिक/आदर्श आवास महिला पुलिस कर्मियों के लिए तैयार किया गया है, जिनके बच्चे छोटे है। उक्त आवास में छोटे बच्चों के खेलने के लिए खिलौने एवं अन्य साजो सामान की व्यवस्था भी की गई हैं ताकि डियूटी के दौरान महिला पुलिस कर्मी अपने छोटे बच्चो की देखभाल को लेकर चिंतित न रहें।
आदर्श आरक्षी आवास के साथ ही भोजनालय की व्यवस्था भी की गई है। आदर्श आरक्षी आवास में पुलिस कर्मियों के मनोरंजन और उनके स्वास्थय को मद्देनजर रखते हुए व्यायामशाला भी स्थापित की गई है। पुलिस महानिदेशक महोदय ने इस प्रकार की उच्च स्तर की आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित आदर्श आरक्षी आवास तैयार करने के लिए बीर बहादुर ( उपमण्डल पुलिस अधिकारी, पांवटा साहिब) तथा निरीक्षक संजय शर्मा (थानाध्यक्ष पांवटा साहिब) की सराहना की। पुलिस महानिदेशक महोदय ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के सभी पुलिस थानों में जवानों के थानों में रहने की व्यवस्था आदर्श आरक्षी आवास की तरह होनी चाहिए और वह प्रयास करेगें कि शीघ्र ही प्रदेश के सभी थानों में इस प्रकार की व्यवस्था तैयार की जा सके।
इस दौरान आदर्श आरक्षी आवास के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले गणमान्य व्यक्तियों सुरेश गर्ग, मदन मोहन शर्मा , गुरदीप सिंह, को पुलिस महानिदेशक द्वारा जिला सिरमौर पुलिस की ओर से सम्मानित किया और उनका धन्यवाद किया।
रोटरी क्लब पांवटा साहिब ने संजय कुण्डू, पुलिस महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश पुलिस, हिमान्शु मिश्रा (पुलिस महानिरीक्षक, दक्षिणी खण्ड), खुशहाल शर्मा (पुलिस अधीक्षक) को जिला सिरमौर पुलिस द्वारा पांवटा साहिब में उत्कृष्ट सेवाऐं प्रदान करने के लिए सम्मानित किया।
संजय कुण्डू, पुलिस महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अपने सिरमौर प्रवास के दौरान फायरिंग रेन्ज, जुडडा का जोहड़ (नाहन) का भ्रमण किया और फायरिंग रेन्ज के आधुनिकीकरण के लिए पुलिस अधीक्षक जिला सिरमौर को निर्देश दिए कि उक्त फायरिंग रेन्ज को NSG स्तर की फायरिंग रेन्ज बनाई जाए और इसके लिए Master Plan तैयार किया जाए।
उसके उपरान्त पुलिस महानिदेशक ने 6th IRBn धौलाकुंआ में निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शुभ्रा तिवारी, समादेशक (6th IRBn) ने उन्हे अवगत करवाया कि निर्माणाधीन भवनों का कार्य तेजी से किया जा रहा हैं, जिसे दिसम्बर , 2021 तक पूर्ण कर लिया जाऐगा। पुलिस महानिदेशक महोदय ने पुलिस भवनों के निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान रखने हेतू निर्देश जारी किए।
संजय कुण्ड़ू, पुलिस महानिदेशक महोदय ने पांवटा पुलिस थाना में आदर्श आरक्षी आवास का उदघाटन करने के उपरान्त प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए बतलाया कि उन्होने हिमाचल प्रदेश पुलिस के लिए पांच प्रमुख प्राथमिकताऐं निर्धारित की है जिसमें महिला एवं किशोरों से सम्बधित अपराधों में रोकथाम, नशा से सम्बधित अपराधों में ठोस कार्यवाही, संगठित अपराध पर अंकुश लगाना, सड़क दुर्घटना में कमी लाना तथा पुलिस जवानों के कल्याण पर कार्य करना है। उन्होने बतलाया कि महिला एवं किशोरों से सम्बधित अपराधों में पिछले एक साल में काफी कमी दर्ज की गई हैं और इस वर्ग की सुरक्षा को अपनी मुख्य प्राथमिकता बतलाया।
हिमाचल प्रदेश पुलिस सड़क दुर्घटना के मामलों में हुई मौतों में 23% एवं घायल होने के मामलों में 36% कमी लाने में सफल रही है। संगठित अपराधों की रोकथाम हेतू उन्होने सभी विभागों से परस्पर एकजुट होकर कार्य करने की अपील की है। नशा से सम्बधित अपराधों पर हिमाचल प्रदेश पुलिस ठोस कार्रवाई करते हुए बड़ी मात्रा में नशीली पदार्थों को जब्त करने में सफल रही है और ऐसे मामलों में वित्तीय अन्वेषण करते हुए अपराधियों की 11.37 करोड़ की सम्पत्ति Attach भी की गई हैं। खबरों वाला के पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बाता मंडी तथा माजरा में बरामद की गई नशे की खेप के मामले में हिमाचल तथा राजस्थान के मुख्य आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा
उन्होने यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए Intelligent Traffic Management System को जिला कुल्लू एवं सोलन की तरह जिला सिरमौर में भी लागू करने के लिए कहा ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके और Traffic Jam की समास्या से भी निजात मिल सके।
हिमाचल प्रदेश पुलिस ने कोरोना महामारी के दौरान समाज की सुरक्षा के लिए पिछले 15/16 महीनों से लगातार डियूटी पर हैं। इस दौरान लगभग 3000 पुलिस कर्मी/अधिकारी कोरोना से संक्रमित भी हुए। उन्होने पुलिस विभाग को FRONTLINE WORKERS मानने के लिए भारत सरकार का आभार प्रकट किया। FRONTLINE WORKERS पर हिमाचल पुलिस के लगभग सभी कर्मी एवं अधिकारियों को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। जिला सिरमौर पुलिस द्वारा कोरोना महामारी के दौरान पूर्ण सजगता, तत्परता एवं ईमानदारी के साथ डियूटी करने के लिए पुलिस अधीक्षक जिला सिरमौर और जिला सिरमौर पुलिस की सराहना की।
उन्होने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बतलाया कि CCTNS में बेहतर कार्य करने के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस ने भारतवर्ष में प्रथम स्थान ग्रहण किया हैं। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा Passport Verification भी 24 घण्टे के भीतर की जा रही हैं ताकि जनता को शीघ्र अति शीघ्र पासपोर्ट प्राप्त हो सके।
उन्होने बतलाया कि “VEERANGANA ON WHEELS” योजना के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के सभी थानों में कार्यरत महिला पुलिस के लिए दो-पहिया वाहन (स्कूटी) उपलब्ध करवाए गए हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों से सम्बधित अपराध की सूचना पर तुरन्त उन्हे पुलिस सहायता उपलब्ध करवाना और आवश्यक कार्रवाई करना हैं। जिला सिरमौर पुलिस के सभी 11 पुलिस थानों को भी इस योजना के अन्तर्गत दो पहिया वाहन (स्कूटी) उपलब्ध करवाए गए हैं। आज “VEERANGANA ON WHEELS” योजना के अन्तर्गत महिला पुलिस कर्मी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गश्त कर रही हैं और जरूरतमन्द पीडित महिलाओं को पुलिस सहायता दे रही हैं।
उन्होने यह भी बतलाया कि पिछले एक साल से हिमाचल प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति सामान्य हैं। हिमाचल प्रदेश पुलिस एक टीम की तरह समाज की सुरक्षा के लिए कार्य कर रही हैं। हिमाचल प्रदेश पुलिस समाज के प्रत्येक वर्ग की सुरक्षा के दृढ़ संकल्पित हैं।
पुलिस महानिदेशक महोदय ने पुलिस चौकी सिंघपुरा और यमुना बैरियर (गोबिन्दघाट) का निरीक्षण भी किया तथा उचित दिशा-निर्देश जारी किए।