(धनेश गौतम) इन्वेस्टर मीट के बहाने प्रदेश की वेशकीमती धरोहरों को सरकार बेच रही है। पर्यटन को बढ़ाबा देने के बजाय निगम के 13 होटल सेल की सूची में शामिल किए गए हैं। यह आरोप कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता इंदु पटियाल ने लगाया है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर मीट का नाम देकर हिमाचल को उद्योगपतियों के हाथों बेचा जा रहा है जिसे प्रदेश की जनता सहन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि जय राम सरकार ने आते ही पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही थी लेकिन पर्यटन को बढ़ावा देने के बजाए प्रदेश की कीमती धरोहरों को बेचने का खाका तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसके खिलाफ भाजपा को घेरेगी और प्रदेश में हिमाचल बचाओ अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा कि कांस्टेबल भर्ती घोटाला व बाहरी राज्यों को नोकरी देने का धंधा उजागर हो चुका है। .
जय राम सरकार प्रदेश के लोगों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रही है। ग्रामीण परिवहन सेवाएं राम भरोसे हैं और परिवहन निगम मुख्यमंत्री को 23 लाख की इलेक्ट्रिक कार भेंट कर चाटुकारिता में शामिल है। प्रदेश करोड़ों के कर्ज में डुबा हुआ है और मंत्री विधायकों के भत्ते बढ़ाए जा रहे हैं। जिससे स्पष्ट होता है कि सरकार को जनता और प्रदेश की कोई चिंता नहीं है चिंता है तो सिर्फ अपने ऐशोआराम की। सड़कों की बदहाली से किसान-बागवानों की हालत दयनीय हो चुकी है कर्मचारियों के लिए कोई ठोस नीति नहीं बनाई है। कानून व्यवस्था की बिगड़ी हालत पर कोई चर्चा नहीं है। स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई है और 200 डॉक्टर नोकरी छोड़कर प्राइवेट प्रेक्टिस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रति वर्ष दो लाख नोकरियां देने का वादा करने बाली सरकार का सच लोगों के सामने हैं। देश की अर्थ व्यवस्था का दिवाला निकल चुका है।