( नीना गौतम ) ग्रांम पंचायत कोटला के अंतर्गत आने बाले
डोघर गांव के 65 परिवारों की प्यास बुझाने के लिए करीब 5 वर्ष पूर्व
पंचायत समिति वंजार ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को पेयजल योजना के लिए तीन लाख रुपये जमा करवा दिए हैं । विभाग के सुस्त रवैया के कारण हीरीगाड-डोघर पेयजल योजना पिछले करीब 5 वर्षो से अधर में लटकी हुई है।
उल्लेखनीय है कि सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग बंजार ने पिछले 3 वर्ष
परे है उधर, बबलू ठाकुर का कहना है कि अगर विभाग छोटी सी पेयजल योजना को लेकिन अब विभाग व ठेकेदार अपने आप को गायब है। बताया जा रहा है कि उक्त पेयजल योजना के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग ने ठेकेदार को कार्य पिछले करीब 3 वर्ष पूर्व सौंप दिया है लेकिन ठेकेदार पिछले 3 वर्षों से पेयजल योजना का निर्माण कार्य नहीं कर रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि विभाग के सुस्त रवैए के कारण डोघर के ग्रामीण पिछले कई वर्षों से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीण बबलू हीरालाल लाल सिंह शेर सिंह उत्तम राम तापे राम ढाबे राम दौलत राम ढोला सिंह आदि का कहना है कि वे कई बार विभाग से उक्त समस्या के बारे में मिल चुके हैं लेकिन विभाग उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रहा है उन्होंने बताया कि पिछले 3 वर्षों से पेयजल योजना का सारा सामान मौके पर पहुंच गया है लेकिन ठेकेदार निर्माण कार्य को शुरू नहीं कर रहा है उन्होंने विभाग को चेतावनी देते हुए बताया है कि अगर एक सप्ताह के भीतर पेयजल योजना का निर्माण शुरू नहीं किया गया तो समस्त डोघर के ग्रामीण विभाग का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे।
डोघर के वार्ड पंच बेदराम ठाकुर ने बताया कि विभाग को पंचायत समिति बंजार द्वारा करीब 5 वर्ष पूर्व तीन लाख उक्त योजना के लिए दिए गए हैं लेकिन फिर भी विभाग काम को पूरा करने में देरी क्यों लगा रहा है यह उनकी समझ से परे है उधर, बबलू ठाकुर का कहना है कि अगर विभाग छोटी सी पेयजल योजना को पूर्ण करने के लिए 5 वर्ष का समय लगाता है तो यह वाक्य सोचने पर मजबूर करता है। उन्होंने बताया कि विभाग ठेकेदारों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हो रहा है।
यहां विभाग की मर्जी से काम नहीं बल्कि ठेकेदार की मर्जी से कार्य होते हैं ठेकेदार पूरे उपमंडल में काम को कब्जा करने के लिए काम ले लेते हैं लेकिन उन्हें पूरा करने में फिर कई वर्षों बीत जाते हैं जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ता है। बता दें कि 5 वर्ष बीत जाने के बावजूद विभाग ने ना तो आज तक ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्यवाही की है और ना ही स्वयं इस पेयजल योजना की सुध ली है जिससे गुस्सा, ग्रामीणों में विभाग के प्रति भारी रोष पनप रहा हैदव बाहर हाल पिछले 5 वर्षों से सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग डोघर गांव की प्यास बुझाने में पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है।जसविंदर ठाकुर सहायक अभियंता वंजार का कहना है कि मामला उनके ध्यान में नहीं है अगर कोई कोताही पाई गई तो उचित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।