उपमण्डल पांवटा साहिब में प्रदेश सर्वोच्च न्यायलय द्वारा दिए गए ई रिक्शा ना चलने के निर्देशों की ई रिक्शा चालक सरेआम धजिया उड़ा रहे हैं। शहर में रोक के बाबजूद भी ई रिक्शा चालक बेखोफ हर जगह अपनी रिक्शा दौड़ा रहे हैं। शहर में इन दिनों ई रिक्शा की भरमार है। दिन में तो ई रिक्शा चालक दस से बारह सवारियां भरकर निकलते हैं, वहीं रात में बिना रोशनी के सड़कों और गलियों में दौड़ रहे हैं। जिसके कारण शहर में कई लोग घायल भी हो रहे हैं। आलम यह है कि ट्रेफिक पुलिस की मदद से इस वक्त मानकों की अनदेखी कर नाबालिग ई-रिक्शा चालक बने बैठे हैं। वही पुलिस व प्रशासन भी आँखे मूंदे बैठा है व भाजपा नेता इनको वोटो की राजनीती के चक्कर में सरक्षण दे रहे है | स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी वोटो के खातिर इनको सरक्षण दे रहे है |
न तो इनके पास परमिट है और न ही इनके पास लाइसेंस फिर भी धड़ल्ले से ई-रिक्शा चलाकर लोगों के लिए मौत का कारण बन रहे हैं। शासन-प्रशासन को भी लोगों की जान की परवाह नहीं रह गई है तभी तो सब देखकर भी आंख बंद किए हुए हैं। शहर में इस समय 500 ई रिक्शा हैं, जिनमें से कोई भी ही रजिस्टर्ड नही हैं जिसके चलते कोर्ट ने इन सभी रिक्शा पर रोक लगा दी है । कोर्ट के अनुसार ई रिक्शा बिना पंजीकरण बीमा, परमिट, फिटनेस के चल रहे हैं जो कि गलत है जिसके चलते कोर्ट ने इन पर रोक लगा दी है।
सबसे बड़ी बात यह है कि आधे से ज्यादा ई रिक्शा की हैंडेल नाबालिकों के हाथों में है शहर के कई व्यस्ततम चौराहों पर नाबालिक ई-रिक्शा चला रहे हैं। न तो इनके पास परमिट है और न ही इनके पास लाइसेंस है । अधिकारियो का कहना है कि कोर्ट ने ई रिक्शा बन्द करने के निर्देश दिए हैं अगर इसके बाबजूद भी ई रिक्शा चल रहे है तो उनके चालको के ख़िलाफ कार्यवाई की जाएगी व इस बारे के पुलिस को भी निर्देश दिए जाएंगे की वो ई रिक्शा चालको के ई रिक्शा चलाने पर उन्हें रोके व उनके चालन करे।