गत सप्ताह ई डी द्वारा ऊना के जिला खनन अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है यह मुकदमा आरोपी लखविंदर सिंह को लाभ देकर अवैध खनन करवाने व अन्य आरोपो के तहत किया गया है अब ई डी की नजर पांवटा साहिब में खनन माफिया पर भी है बताया जा रहा है कि पिछले 1 साल से भी ई डी पांवटा साहब के कुछ खनन व्यवसाययों के खिलाफ जानकारी एकत्रित कर रही है जिसमें कई बड़े खनन माफिया सलाखों के पीछे जा सकते हैं पांवटा साहिब के खनन माफिया की शिकायतें ई डी तक भी लगातार पहुंच रही है
मिली जानकारी के अनुसार ई डी द्वारा आरोपी बनाए गए लखविंदर सिंह का मानपुर देवड़ा में भी क्रेशर है जिसे कोई अनिल नाम का व्यक्ति चल रहा है यही नहीं भंगानी में लग रहे एक क्रेशर तथा एक लीज में भी लखविंदर सिंह का गुप्त रूप से करोड़ों रुपया लगा हुआ है इसके बाद सिरमौर और पांवटा साहिब में भी खनन माफिया और खनन अधिकारी सतर्क हो गए हैं
बताया जा रहा है कि मानपुर देवड़ा में यमुना पार अवैध रूप से भी खनन सामग्री भेजी जा रही है यह खनन सामग्री बिना बिल के यमुना घाट के द्वारा उत्तराखंड में भेजी जाती है तथा गत दिनों आरोपी लगे हैं कि पावटा साहिब में फर्जी बिलों का कारोबार हो रहा है अब देखना यह होगा कि लखविंदर सिंह के मानपुर देवड़ा में चल रहे क्रेशर पर क्या कोई कार्रवाई होती है तथा अन्य खनन माफिया जिन्होंने नदियों का सीना अवैध खनन कर छलनी कर दिया है उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई होती है या फिर खाली चालान कर कर छोड़ दिया जाता है ऐसे में यदि ई डी का डंडा चला तो ऐसे खनन माफियाओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो सकता है
वही केदारपुर में चल रहे एक कांग्रेसी के क्रेशर पर भी गंभीर आरोप लगाते रहे हैं की भ्रष्ट माइनिंग इंस्पेक्टर मंगतराम शर्मा की मिली भगत से वह अवैध खनन में जुटे हुए हैं बताया जा रहा है यह कांग्रेसी अन्य विधानसभा क्षेत्र में भी चुनाव की फंडिंग करता है यह सारी अवैध खनन कर कमाई गई काली कमाई होती है जो इलेक्शन में लगाई जाती है ऐसे में ई डी ऐसे खनन माफियाओं पर भी शिकंजा कस सकती है