Khabron wala
नाहन, 01 सितम्बर। शिक्षा किसी भी राष्ट्र की रीढ़ होती है। एक शिक्षित समाज ही प्रगति, विकास और समरसता की ओर अग्रसर होता है। हिमाचल प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, ताकि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण और समान अवसरों वाली शिक्षा प्राप्त हो सके। हिमाचल सरकार के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप प्रदेश एक ज्ञान समृद्ध राज्य के रूप में उभर रहा है।
हिमाचल सरकार द्वारा गुणात्मक शिक्षा प्रदान कर विद्यार्थियों के जीवन आधार को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से जिला सिरमौर के विद्यार्थियों के लिए अनेक योजनाओं का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिला सिरमौर में 1013 राजकीय प्राथमिक विद्यालय, 170 राजकीय माध्यमिक विद्यालय, 97 राजकीय उच्च विद्यालय तथा 175 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हैं।
राज्य के बच्चों को शिक्षा का मौलिक अधिकार दिलाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों में निःशुल्क पाठय पुस्तकें भी उपलब्ध करवाई जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा जिला सिरमौर में वर्ष 2024-25 में प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर रहे 56 हजार 247 विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें आवंटित की गई, जबकि माध्यमिक शिक्षा प्राप्त कर रहे 14 हजार 837 विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें वितरित की गई। इसके अतिरिक्त, जिला सिरमौर में वर्ष 2024-25 में राजकीय विद्यालय में पहली से पांचवी कक्षा तक के अनुसूचित जनजाति के 655 विद्यार्थियों को एकीकृत ग्रामीण विकास कार्यक्रम (आईआरडीपी) के तहत निःशुल्क लेखन सामग्री भी प्रदान की गई है। जिला सिरमौर में वर्ष 2024-25 में अटल वर्दी योजना के तहत 37 हजार 848 पात्र विद्यार्थियों को वर्दियां आवंटित की गई।
शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल को अग्रणी बनाने की दिशा में ‘अपना विद्यालयः दी हिमाचल स्कूल एडॉप्शन कार्यक्रम’ चलाया जा रहा है, ताकि प्रदेश के विद्यालयों और समाज के बीच बेहतर समन्वय व सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा दिया जा सके। जिला सिरमौर में स्कूल एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत 816 राजकीय प्राथमिक व माध्यमिक पाठशालाओं, 48 राजकीय उच्च पाठशालाओं तथा 138 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं को विभिन्न अधिकारियों व व्यक्तियों द्वारा गोद लिया गया है।
विद्यार्थियों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने तथा पढाई में उत्कृष्टता लाने हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार द्वारा कई छात्रवृति योजनाएं भी लागू की जा रही हैं। जिला सिरमौर में विद्यार्थियों को प्रोत्साहन हेतु प्री मैट्रिक तथा पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। वर्ष 2023-24 में 02 हजार 561 छात्र/छात्राओं को छात्रवृत्ति योजना के तहत लाभान्वित किया गया है। इसके अतिरिक्त, पहली कक्षा से पांचवी कक्षा तक के पात्र बच्चों के लिए आईआरडीपी छात्रवृत्ति योजना के तहत 500 रुपये प्रतिवर्ष प्रति विद्यार्थी को प्रदान किए जा रहे हैं। वर्ष 2024-25 में आईआरडीपी छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत पहली कक्षा से पांचवी कक्षा तक के 1 हजार 794 पात्र विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की गई है। इसी प्रकार, आईआरडीपी छात्रवृत्ति योजना में छठी कक्षा से आठवीं कक्षा तक के 10 हजार 642 पात्र विद्यार्थियों को 700 रुपये की छात्रवृत्ति राशि प्रतिवर्ष प्रदान की गई है। जिला सिरमौर के मेधावी विद्यार्थियों के लिए मेधावी छात्रवृत्ति योजना लागू की गई है, जिसके अंतर्गत वर्ष 2024-25 में 152 विद्यार्थियों को 1200 रुपये प्रति वर्ष प्रदान किए गए हैं।
प्रदेश सरकार की स्कूली शिक्षा और बाल पोषण की दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों से बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा की नीव रखी जा रही है। जिला सिरमौर के राजकीय स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के पोषण को ध्यान में रखते हुए ‘‘मुख्यमंत्री बाल पोष्टिक आहार योजना’’ का भी सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना के तहत प्रत्येक सप्ताह में एक बार विद्यार्थियों को फल वितरित किए जाते हैं। वर्ष 2024-25 में 2 लाख 43 हजार 561 विद्यार्थियों को योजना के तहत फल वितरित किए गए हैं। जिला के राजकीय स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर रहे 57 हजार 548 विद्यार्थियों को ‘‘मध्याह्न भोजन योजना’’ के तहत दोपहर का भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश सरकार के प्रयासों से राज्य व जिला सिरमौर में शिक्षा को अधिक समावेशी, सुलभ ओर गुणवत्तापूर्ण बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिसे जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए जिला प्रशासन सिरमौर निरंतर प्रयासरत है।