जी हां पत्रकारिता लाइन में चंद कक्षा तक पढ़े कुछ कथित पत्रकार फर्जी खबरें लगाकर कानून की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं वहीं पुलिस सख्त कानून न होने व आईपीसी सीआरपीसी एविडेंस एक्ट एनडीपीएस एक्ट आईटी एक्ट में कुछ ऐसी सख्त धाराएं ना होने के कारण ऐसे कथित पत्रकारों को जेल की सलाखों पीछे नहीं भेज पा रही है | पिछले कुछ समय से पावटा साहिब में ऐसे कई पत्रकार सामने आए हैं जो वेबसाइटें चलाकर तथा कुछ ऐसे भी हैं जो राष्ट्रीय स्तर के अखबारों में भी काम कर रहे हैं परंतु इनकी शैक्षणिक योग्यता चंद कक्षाओं तक से तक पढ़ा होना है हैरत की बात तो यह है कि राष्ट्रीय स्तर के कुछ समाचार पत्रों ने भी चंद कक्षा तक पढ़े पत्रकारों को रखा हुआ है तथा निजी रंजिश लालच तथा कंपटीशन के कारण यह झूठी खबरें लगा कर दूसरों को बदनाम करने में जुटे हुए हैं
ऐसा ही मामला गत दिवस सामने आया जब आरोपी अशोक बहुता जो कि अशोका टाइम्स नाम की वेबसाइट तथा फेसबुक पेज चला रहा है ने बिना किसी तथ्यों को एक झूठी खबर प्रकाशित कर दी कि पत्रकार ₹15000 लेकर गया और अफीम तस्कर को पकड़वाया जबकि पुलिस की ऍफ़ आई आर में कुछ और लिखा है | यदि किसी पत्रकार ने नशा तस्कर की जानकारी दी या नहीं दी पकड़वा या नहीं पकड़वाया एनडीपीएस तथा एविडेंस एक्ट में प्रावधान है कि पुलिस कभी भी किसी सोर्स का नाम डिस्क्लोज नहीं करती ना ही कोई सोर्स की खबर प्रकाशित की जा सकती है और यदि नशा तस्कर को पकड़ने की बात है तो जा समाज में एक और लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि आस-पड़ोस के लोगों द्वारा नशा तस्करों को पकड़ा जाए ऐसे में यदि किसी भी ऐसे आदमी का नाम यह कथित पत्रकार लिखकर खबरें प्रकाशित करेंगे तो ऐसे में लोग नशा तस्करों को पकड़वाने से गुरेज करेंगे |
वही कई बार पुलिस व समाज के लोगो से छितर परेड करा चुके कुछ पत्रकार भी उनका साथ देने में जुटे हुए हैं आरोपी झूठी खबरें लगाकर केवल निजी रंजिश निकाल रहा है वहीं आरोपी का साथी सुखविंदर सिंह जो की न्यूज़घाट नाम की वेबसाइट व फेसबुक पेज चलाता है ने भी इसी तरह की भी एक झूठी खबर प्रकाशित की जिसको लेकर आला अधिकारियों को तथा पुलिस स्टेशन में एक शिकायत सौंपी गई है जबकि इन लोगों ने कई झूठी खबरें प्रकाशित कर केवल निजी रंजिश तथा निजी मंशा के लिए या सारी खबरें प्रकाशित की है अब देखना यह होगा कि पुलिस इन आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी या फिर यह दोबारा दबाव बनाने में जुट जाएंगे तथा पुलिस तथा समाज के दूसरे लोगों की छवि खराब करने में जुट जाएंगे |