(जसवीर सिंह हंस ) जिला सिरमौर के रिर्जव फोरेस्टों में वन काटुओ द्वारा हरे पेड काटे जाने का सिलसिला लगातार जारी है। राजगढ़, संगडाह व शिलाई उपमंडलों के जंगल वन काटुओं के निशाने पर रहते है। जिला सिरमौर के रिर्जव फोरेस्टों में मुख्य रूप से वन काटुओं के निशाने पर देवदार, कायल, सागवान व खैर के पेड है। सबसे अधिक देवदार के पेडों पर वन काटुओं द्वारा कुल्हाडी चलाई जा रही है।
ऐसा ही एक ओर मामला मंगलवार को सामने आये। वन विभाग ने हाब्बन रेंज में दो देवदार के हरे पेडों को काटे जाने का राजगढ़ थाने के तहत आने वाली पुलिस चौकी फटी पटेल में पंजीकृत करवाया है। वन परिक्षेत्र हाब्बन अधिकारी की शिकायत पर दो हरे देवदार के पेडों को वन काटुओं द्वारा काटे जाने का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस को दिये पत्र में रेंज अधिकारी हाब्बन ने बताया कि जब वन रक्षक रोहित कुमार व वन कर्मी कैश्वानंद रिर्जव फोरेस्ट घोटाडी में गशत पर गये, तो उन्होंने देखा कि नैरीपुल-धारटू खाडी मैन रोड साईड के उपर दो देवदार के पेड, जिनकी मोटाई 27 व 34 सेटी मीटर बनती है, काटे गये है। इन काटे गये देवदार के पेडों की लकडी का मूल्य 47 हजार 500 रूपये बनता है। वन विभाग ने गशत के दौरान मौके से 5 गैलियां बरामद की है। जब्त की गई 5 गैलियां का मूल्य 13 हजार 640 रूपये है। पुलिस ने आईपीसी की धारा 379 व वन अधिनियम 26 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। डीएसपी राजगढ़ मिनाक्षी भारद्वाज ने मामले की पुष्टि की है।