पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर प्रदर्शन तेज हो गए हैं। बुधवार को राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने इस मांग को लेकर नारेबाजी की। जिलास्तरीय प्रदर्शन में सैंकड़ों शिक्षकों ने हिस्सा लिया। शिक्षकों ने कहा कि नई पेंशन स्कीम कर्मचारियों के साथ धोखा है। इस दौरान शिक्षक माननीयों पर भी जमकर बरसे। शिक्षकों ने कहा कि देश की संसद व राज्य की विधानसभाओं में पक्ष व विपक्ष के सभी माननीय एकजुट होकर अपने वेतन व भत्तों को बढ़ाते आ रहे हैं। अपने हित की बात के लिए सभी माननीय एकसुर में भत्तों के लिए प्रस्ताव पारित करते हैं, लेकिन सरकारें कर्मचारियों के भविष्य के लिए कोई कदम नहीं उठा रहीं हैं।
इससे पहले सभी शिक्षक उपनिदेशक कार्यालय में उपस्थित हुए। इसके बाद शिक्षकों ने शहर के विभिन्न हिस्सों के होते हुए डीसी कार्यालय तक रैली निकाली। पीटीएफ के जिला अध्यक्ष नरेश ठाकुर ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शिक्षकों की लड़ाई जारी रहेगी। जनवरी माह में प्रदेशव्यापी धरना व प्रदर्शन किए जाएंगे। यदि फिर भी मांग नहीं मानी तो देशव्यापी प्रदर्शन होंगे। उन्होंने हाल ही में सेवानिवृत शिक्षकों को 700 से 1500 रुपये मासिक पेंशन मिल रही है। उन्होंने माननीयों पर सवाल उठाते कहा कि विधानसभा हो चाहे लोकसभा व राज्यसभा, जनता के सेवक किस आधार पर भत्ते बढ़ा रहे हैं। जनता के सेवकों को भत्ते इसका कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें अपना अधिकार चाहिए। चाहे इसके लिए संघ को किसी भी तरह का आंदोलन करना पड़े, करेंगे।












