पांवटा साहिब : बिगड़ी कानून व्यवस्था , शहर में फैली दहशत , पुलिस बनी तमाशबीन , नशा तस्करों और गैंगवॉर से जुड़ा है मामला

पांवटा साहिब के सूरजपुर में नशा तस्करी और आपसी रंजिश के चलते रॉड व डंडे चलने का मामला सामने आया है जिसमें दोनों पक्षों के आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं वही काला अंब के युवक को सिर पर तेजधार हथियार से हमला किया गया है तथा डंडों से उसकी पिटाई की गई है वहीं दूसरे पक्ष के लगभग 6 लोगों के चोट लगी है जिनमें से कुछ के फैक्चर है तथा कई के सिर पर गंभीर चोट हैं

जिनकी पिटाई हुई है उनमें से कुछ लोगों ने कुछ दिन पहले ही बाता मंडी के राहुल नामक युवक पर हमला किया था इस मारपीट की वीडियो भी वायरल हुई थी इसके बाद आला अधिकारियों को भी इसकी जानकारी थी कि दोबारा गैंगवॉर हो सकती है परंतु पुलिस स्टेशन में पहले भ्रष्टाचार को शायद अधिकारी भी सीरियस नहीं ले रहे यहां तक की जांच अधिकारी रविंद्र कुमार पर भी पीड़ित ने धमकियां देने के आरोप लगाए थे परंतु कोई कड़ी कार्रवाई नहीं हुई

बताया जा है नशा तस्करी को लेकर पुरानी रंजिश को लेकर यह सारी लड़ाई गैंगवार तक पहुंच गई है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहले भी लड़ाई झगड़ा हो चुके हैं यही नहीं एक बार तो गोलियां भी चली थी यदि समय रहते इस गैंगवार को नहीं रोका गया तो कोई बड़ी वारदात हो सकती है और इस वारदात से शहर का माहौल भी खराब हो रहा है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक पक्ष SHO का खास है जिसके कारण यह सारा माहौल बिगड़ा हुआ है तथा गुंडागर्दी के लिए खुली छूट दी जा रही है वहीं SHO पर भी गंभीर आरोप लग रहे हैं वहीं इतनी शिकायत में मिलने के बाद अभी तक SHO पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है वहीं शहर के लोगों का कहना है कि यह गैंगवॉर हत्याओं तक जाकर ना रुके

इसी महीने में गैंगवार की है चौथी वारदात है जिसमें झूठे मुकदमे और शहर का माहौल बिगड़ने में पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारियों का हाथ है बताया जा रहा है कि पहले भी लाखों रुपए की डील झूठी FIR करवाने के लिए की गई हैं वही कड़ी कानूनी कार्रवाई न होने के कारण आरोपियों के हौसले बुलंद हैं वही शहर का माहौल खराब हो रहा है वहीं पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार के चलते झूठे मुकदमों की संख्या बढ़ती जा रही है शहर के लोगों का कहना है कि जो असली पीड़ित है उनके मुकदमे दर्ज नहीं किया जा रहे भ्रष्टाचार कर झूठे मुकदमे दर्ज किया जा रहे हैं बताया जा रहा है कि फर्जी मुकदमा दर्ज करवाने के लिए लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं यह सारा खेल पिछले भ्रष्ट एसपी रमन कुमार मीणा के साथ मिलकर खेला जा रहा था जो अब तक चल रहा है इस सारे खेल में कई दलाल भी शामिल है

बताया जा रहा है कि इसी भ्रष्टाचार के चलते बहरहाल से पुलिस नाका को भी हटा दिया गया है बताया जा रहा है कि हर महीना लाखों रुपए वसूली पुलिस स्टेशन द्वारा हो रही थी जिस पर कार्रवाई करते हुए सिरमौर के पुलिस अधीक्षक निश्चित सिंह नेगी ने वहां से पुलिस नाका हटा दिया गया था इसके अलावा डंपरों से भी लाखों रुपए की वसूली हर महीने हो रही है बताया जा रहा है कि बहरहाल पुलिस इलाके पर भी चुनिंदा पुलिसकर्मियों को भेज कर वसूली करवाई जा रही थी महीने के एंट्री के अलावा रोजाना डंपरों से भी वसूली हो रही थी ऐसे में अभी तक विजिलेंस की कोई कार्रवाई भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ नहीं हुई है जिसके कारण जनता में रोश है

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