(Jasvir Singh Hans ) गांव अजीवाला में अजोबोगरीब घटना ने चिन्तन को विवश कर दिया है अब भी ऐसे पिता है जो बेटी की बिदाई के गम को सहन नही कर सकते। बेटियो को बैटै से ज्यादा तवज्जो और लाढ प्यार से पालने के बाद जब बिदाई का समय आया तो पिता के भी प्राण पखेरू हो गये।
यह मामला है उप मण्डल पांवटा के गांव अजीवाला का यहां आज नन्द किशोर की बैटी की शादी थी पिता ने अपनी हैसियत से ज्यादा बढ चढ कर बीते एक माह से बेटी की शादी तैयारियां कर रहा था और बहुत ही उतावला था कि उसकी बेटी को अच्छा रिश्ता मिल गया है और जल्दी से उसके हाथ पीले कर दू। किन्तु विधिना को कुछ और ही मंजूर था।
जैसे ही बारात दरवाजे पर पहुंची कि घराती और बाराती की मिलनी के बाद 15 मिनट बाद ही पिता नन्द किशोर को दिल का दौरा पडा ओर उसके प्राण पखेरू हो गये। जैसे ही पिता की हालत बिगडती देखी कि परिजनों ने अन्य घरवालो को ना बताकर नन्द किशोर को सिविल हस्पताल पांवटा ले आये और घर में सूचना इसलिये नही दी कि कही शादी मंे खलल ना पडे। उधर बेटी के फेरे होते रहे और पिता चल बसा।घटना की जानकारी मिलते ही एक ओर गांव में खुशी का माहोल था तो दूसरी ओर जिनको जानकारी थी गम में डूब गये।
मामला हास्पीटल तक पहुंचा ही था कि देखने वालों का तांता लग गया। डाक्टरो की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया।पिता ने जमाई राजा सहित बारातियो का स्वागत सत्कार और मिलनी तो पूरे होशो हवास ओर उत्साह से की किन्तु बेटी की बिदाई देखने से पूर्व ही चल बसा।