हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के 7 वें दिन प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी विधायक बिक्रम ठाकुर ने प्रदेश में नए उद्योग लगाने और उद्योगों के पलायन को लेकर सवाल पूछा, लेकिन उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से जो जवाब दिया गया, उससे विपक्ष असंतुष्ट नजर आया. जिसके बाद विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन में नारेबाजी की और सदन से वॉकआउट कर बाहर चले गए.
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा, “उद्योगों को लेकर महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा गया, जिसका जवाब उद्योग मंत्री नहीं दे पाए. प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, तब से या तो उद्योग बंद हो रहे हैं या फिर प्रदेश से पलायन कर रहे हैं. उद्योगों का हिमाचल की अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान है और रोजगार देने में भी योगदान है. लेकिन यह सरकार उद्योगों को परेशान करने का काम कर रही है. सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है. उद्योगों से उगाही की जा रही है, जिसके चलते यहां से उद्योग पलायन कर रहे हैं”.
वहीं, विधायक बिक्रम ठाकुर ने कहा कि उद्योगों को लूट कर खत्म कर किया जा रहा है. प्रदेश में 3 साल में कितना नए उद्योग आए हैं और कितने लोग बेरोजगार हुए हैं, उसका उत्तर देने में उद्योग मंत्री ज्यादा कंफर्टेबल नजर नहीं आए. उन्होंने जवाब सही तरीके से नहीं दिया. विधायकों ने पूछा कि बिजली के रेट बढ़ा दिए हैं, तब उद्योग यहां से जा रहे हैं. बिजली महंगी होने के कारण उद्योग पलायन कर रहे हैं. दुख का विषय है कि मुख्यमंत्री द्वारा सही जवाब तो क्या मिलना था, वे राजनीति करने लगे. मुख्यमंत्री ये कह रहे कि पिछली सरकार में जो उद्योग आए हैं, उसमें गड़बड़ी हुई है तो जांच क्यों नहीं की जा रही है?
बिक्रम ठाकुर ने कहा, “3 वर्षों में एक भी बड़ी इंडस्ट्री हिमाचल के अंदर नहीं आई है और ना ही कोई बड़ा उद्योगपति यहां पर आना चाहता है. उद्योगपतियों को तंग किया जा रहा हैं, जिससे वे यहां से भाग रहे हैं. बिजली के रेट बढ़ा दिए गए हैं, जिससे अब उद्योग पलायन कर रहे हैं”.