हिमाचल प्रदेश की ज्यूडीशियरी में बुधवार देर शाम भारी फेरबदल किया गया है। प्रदेश उच्च न्यायालय ने करीब 90 न्यायिक अधिकारियों को इधर से उधर किया है। बताते हैं कि ज्यूडीशियरी में तीन साल से तबादले नहीं हुए थे, जिसके चलते यह भारी फेरबदल करना पड़ा है।
जारी की गई अधिसूचना के अनुसार राजीव भारद्वाज शिमला के जिला एवं सत्र न्यायाधीश होंगे। इससे पहले वह हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट में बतौर रजिस्ट्रार जनरल तैनात थे। हाई कोर्ट में रजिस्ट्रार के पद पर तैनात जेके शर्मा कांगड़ा के जिला एवं सत्र न्यायाधीश बनाए हैं। पुरेंद्र वैद्य को धर्मशाला से कुल्लू, राकेश कैंथला को हाई कोर्ट से हमीरपुर, आरके तोमर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंबा, अरविंद मल्होत्रा को हाई कोर्ट से जिला एवं सत्र न्यायाधीश फोरेस्ट शिमला लगाया गया है। न्यायिक अकादमी में निदेशक के पद पर तैनात चिराग भानू सिंह को लेबर कोर्ट शिमला, यहां से सुशील कुकरेजा को लोकायुक्ता, चंबा से योगेश जसवाल को लेबर कोर्ट धर्मशाला, पदम सिंह को किन्नौर का जिला एवं सत्र न्यायाधीश बनाया गया है। केके शर्मा को वक्फ बोर्ड ट्रिब्यूनल का चेयरमैन बनाया गया है। इसके साथ ही शिमला के जिला एवं सत्र न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह, बिलासपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश बहादुर सिंह, कंज्यूमर फोरम धर्मशाला में तैनात मुकेश बंसल को हाई कोर्ट में रजिस्ट्रार पद पर तैनाती मिली है।
वहीं बदले गए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीशों में प्रदीप सिंह साम्याल को किन्नौर से जिला उपभोक्ता फोरम कांगड़ा, अजय मेहता को हमीरपुर से सोलन, पुणे राम को मंडी से घुमारवीं, राजीव बाली को कांगड़ा से सोलन, पवनजीत सिंह को सोलन से कांगड़ा, शरद कुमार लगवाल को कांगड़ा से शिमला, पारस डोगर को चंबा से धर्मशाला, जसवंत सिंह को सोलन से कांगड़ा, ज्योत्सना एस डढवाल को धर्मशाला से कुल्लू, मदन कुमार को सोलन से चंबा, हंसराज को सिरमौर से मंडी, प्रीति ठाकुर अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नंबर-2 को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश नंबर-1 ऊना, कृष्ण कुमार को मंडी से सिरमौर, अमन सूद को ऊना से शिमला, जियालाल को कुल्लू से ऊना, अपर्णा शर्मा को शिमला से मंडी, नरेश कुमार को घुमारवीं से हमीरपुर के लिए तब्दील किया गया है।
इनके अलावा सीनियर सिविल जज-कम-ज्यूडीशियल मजिस्ट्रेट में प्रवीण चौहान को बिलासपुर से शिमला, विवेक शर्मा को धर्मशाला से बिलासपुर, रंजीत सिंह को शिमला से धर्मशाला, अविनाश चंद्र को न्यायिक अकादमी से ऊना, राजेश चौहान को मंडी से शिमला, सचिन रघु को सोलन से कुल्लू के लिए तबदील किया है। वह लाहुल-स्पीति व कुल्लू के आवश्यक मामलों को भी देखेंगे। इसी तरह राजेंद्र कुमार को चंबा से मंडी, कांता वर्मा को कुल्लू से हमीरपुर, अभय मंडयाल को हमीरपुर से चंबा, डा. अविरा वासु को सिरमौर से सोलन, सपना पांडे को ऊना से अतिरिक्त सचिव कानून प्रदेश सरकार, प्रताप सिंह ठाकुर को किन्नौर से सिरमौर, अरविंद कुमार को लाहुल-स्पीति से रिकांगपिओ, डा. परविंद्र सिंह अरोड़ा को सेंट्रल प्रोजेक्ट को-आर्डिनेटर के रूप में तैनाती मिली है।
वहीं यजुवेंद्र सिंह को कसौली से रोहड़ू, हितेंद्र शर्मा को सुंदरनगर से शिमला, पंकज को रोहड़ू से कसौली, विवेक खनल को पांवटा साहिब से सुंदरनगर, गुरमीत कौर को शिमला से कांगड़ा, अमित मंडयाल को पालमपुर से शिमला, धीरू ठाकुर को कांगड़ा से अंब, विवेक शर्मा को शिमला से कांगड़ा, नितिन मित्तल को चंबा से नुरपूर, नेहा दाहिया को कांगड़ा से हमीरपुर, कनिका चावला को नुरपूर से पालमपुर, विजय लक्ष्मी को अंब से पांवटा साहिब, विक्रांत कौंडल को हमीरपुर से चंबा, नेहा शर्मा को प्रदेश उच्च न्यायालय में आफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी लगाया गया है।
बदले गए सिविल जजों में उपासना शर्मा को घुमारवीं से मनाली, अशोक कुमार को गोहर से डलहौजी, प्रशांत सिंह नेगी को मनाली से शिमला, माधवी सिंह को राजगढ़ से करसोग, विशाल कौंडल को इंदौरा से अर्की, नवकमल को करसोग से राजगढ़, शिखा लखनपाल को मंडी से हमीरपुर, विकास गुप्ता को आनी से बैजनाथ, अनिश कुमार को डलहौजी से सुंदरनगर, अंशु चौधरी को हमीरपुर में सिविल जज नंबर-3 लगाया गया है। बलजीत मोबाइल ट्रैफिक मजिस्ट्रेट शिमला को सिविल जज इंदौरा, आभा चौहान को सिविल जज नंबर-5 शिमला, कनिका गुप्ता को शिमला से धर्मशाला, कुलदीप शर्मा को सुंदरनगर से कांगड़ा, उमेश वर्मा को धर्मशाला से चंबा, गौरव चौधरी को हमीरपुर नंबर-4, एश्वर्या शर्मा को ऊना से घुमारवीं, सोनल थामा को अर्की से शिमला, दिपाली गंभीर को शिमला से कसौली, आर मेहुल शर्मा को ऊना से ट्रैफिक मजिस्ट्रेट शिमला, एकांश कपिल को चंबा से ऊना, रवि को बैजनाथ से आनी, रोजी दाहिया को सिविल जज नंबर-2 मंडी, ऋषभ कपूर को कांगड़ा से घुमारवीं, दीपिका ठकरान को घुमारवीं से कंडाघाट, विभुति बहुगुना को कंडाघाट से ऊना, पार्थ जैन को हमीरपुर से मंडी तथा वत्सला चौधरी सिविल जज शिमला को गोहर के लिए तबदील किया गया है। इन सभी न्यायिक अधिकारियों को 10 दिनों के भीतर ज्वाइनिंग रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।