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देश की इकलाैती महिला राफेल पायलट फ्लाइट लैफ्टिनैंट शिवांगी सिंह ने एक बार फिर पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ फाइटर जेट में उड़ान भरकर उन्होंने न केवल एक नया कीर्तिमान स्थापित किया, बल्कि पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का भी पर्दाफाश किया। शिवांगी ने राष्ट्रपति के साथ अंबाला एयरबेस से लगभग 35 मिनट तक 700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरी। यह उड़ान पाकिस्तान के उस झूठे दावे का करारा जवाब थी, जिसमें उसने “ऑप्रेशन सिंदूर” के दौरान भारतीय महिला पायलट को पकड़ने का दावा किया था। राष्ट्रपति की उपस्थिति में इस उड़ान ने उन सभी अफवाहों पर विराम लगा दिया और देश को एकता का संदेश दिया है।
फ्लाइट लैफ्टिनैंट शिवांगी सिंह का विवाह पिछले साल दिसम्बर में हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के अंतर्गत आते डरोह के कस्बा गांव निवासी और वायुसेना में पायलट आकिल शर्मा से हुआ है। मूल रूप से वाराणसी (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली शिवांगी और आकिल दोनों की पारिवारिक पृष्ठभूमि सेना से जुड़ी है। शिवांगी को जहां अपने नाना से प्रेरणा मिली, वहीं आकिल अपने दादा ज्ञान चंद शर्मा (डोगरा रेजिमेंट) और पिता सुनील कुमार (सिग्नल कोर) से प्रभावित हुए।
शिवांगी को 2017 में महिला फाइटर पायलट के दूसरे बैच में कमीशन मिला था। मिग-21 बाइसन जेट उड़ाने के बाद, 2020 में उनका चयन राफेल के लिए हुआ, और वह यह कारनामा करने वाली देश की इकलौती महिला पायलट बनीं। वह विंग कमांडर अभिनंदन के साथ पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने वाले मिशन का भी हिस्सा रही हैं। वर्तमान में वह अंबाला में वायुसेना की प्रतिष्ठित 17वीं स्क्वाड्रन ‘गोल्डन ऐरोज’ का हिस्सा हैं। शिवांगी की इस सफलता ने उन्हें देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बना दिया है।
 
 
			 
					
 








