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फ्लैट की आड़ में पंजाब के एक व्यक्ति के साथ एक कंपनी ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। मामला राजधानी शिमला का है, जहां फ्लैट की आड़ में करोड़ों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पंजाब के मोहाली निवासी गुरबचन सिंह बंगा की शिकायत पर एक बिल्डर/डिवैल्पर के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस में दर्ज करवाई रिपोर्ट के अनुसार 11 अप्रैल, 2014 को गुरबचन सिंह और पंचकूला स्थित राजदीप एंड कंपनी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के एमडी राजदीप शर्मा के बीच एक एमओयू हुआ था। इस समझौते के तहत शिमला के भराड़ी क्षेत्र के कलस्टन में 1416.80 वर्ग मीटर भूमि पर फ्लैट निर्माण और बिक्री का प्रोजैक्ट तय हुआ था। पूरे प्रोजैक्ट की कीमत 7 करोड़ रुपए तय की गई थी।
राजदीप शर्मा ने शुरूआत में 50 लाख रुपए अग्रिम राशि के रूप में दिए और सुरक्षा के तौर पर 18 फ्लैट अपने नाम आबंटित करवा लिए। लेकिन इसके बाद उसने न तो शेष 6.50 करोड़ का भुगतान किया और न ही फ्लैटों का कब्जा शिकायतकर्त्ता को सौंपा। भुगतान की औपचारिकता पूरी करने के लिए आरोपी ने कुछ चैक जारी किए, लेकिन बाद में वह चैक वापस लेकर उनकी जगह बिना तारीख और कम राशि वाले नए चैक थमा दिए।
शिकायतकर्त्ता का आरोप है कि राजदीप शर्मा ने जानबूझकर धोखाधड़ी की नीयत से ऐसा किया और बाद में उन्हीं फ्लैटों को तीसरे पक्ष को बेच दिया। यह सब न केवल एमओयू की शर्तों के खिलाफ था, अपितु उस शपथपत्र का भी उल्लंघन है, जो आरोपी ने 9 मई, 2014 को दिया था, जिसमें उसने समझौते का पालन करने की बात कही थी।
गुरबचन सिंह बंगा ने शिकायत में कहा है कि अब तक उन्हें केवल करीब 2.36 करोड़ ही मिले हैं, जबकि लगभग 5.23 करोड़ ब्याज समेत अब भी बकाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी ने उन्हें ठगने की नीयत से यह पूरा सौदा किया और करोड़ों का नुक्सान पहुंचाया। उधर, सदर थाना पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और मामले के हर पहलू की जांच आरंभ कर दी है।